NEWS PR DESK- पंचांग शब्द का अर्थ है , पांच अंगो वाला। पंचांग में समय गणना के पांच अंग हैं- वार, तिथि, नक्षत्र, योग और करण।
ऋभुकांत गोस्वामी के अनुसार, 3 जून, मंगलवार, शक संवत् : 13 ज्येष्ठ (सौर) 1947, पंजाब पंचांग : 20 ज्येष्ठ मास प्रविष्टे 2082, इस्लाम : 06 जिल्हिजा, 1446, विक्रमी संवत ज्येष्ठ शुक्ल अष्टमी तिथि 09:56 पी एम तक उपरांत नवमी, पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र रात्रि 00:58 ए एम, जून 04 तक उपरांत उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र , हर्षण योग 08:09 ए एम तक, उसके बाद वज्र योग, विष्टि करण, चंद्रमा सिंह राशि में। सूर्य उत्तरायण। सूर्य उत्तर गोल। ग्रीष्म ऋतु। दोपहर 03:48 से 05:32 पी एम तक राहुकालम्। भद्रा सुबह 05:23 ए एम से रहेगी।
विजय मुहूर्त 14:38 से 15:34
गोधूलि मुहूर्त 19:14 से 19:35
सायाह्न सन्ध्या 19:16 से 20:16
अमृत काल 18:02 से 19:46
निशिता मुहूर्त 23:59 से 00:40, जून 04
रवि योग 00:58, जून 04 से 05:23, जून 04
अशुभ मुहूर्त
राहुकाल 15:48 से 17:32
यमगण्ड 08:51 से 10:35
आडल योग 00:58, जून 04 से 05:23, जून 04
दुर्मुहूर्त 08:10 से 09:05, 23:19 से 23:59
गुलिक काल 12:19 से 14:03
वर्ज्य 07:36 से 09:21
भद्रा 05:23 से 09:10
बाण मृत्यु – 18:47 से पूर्ण रात्रि तक