पटना: राजधानीवासियों के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। लंबे समय से प्रतीक्षित मीठापुर-महुली पथ पर इस महीने से वाहनों का परिचालन शुरू होने वाला है। शनिवार को बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने इस परियोजना का निरीक्षण करते हुए इसकी जानकारी साझा की।
1400 करोड़ की लागत, बेहतर कनेक्टिविटी
करीब 1400 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित यह एलिवेटेड सड़क पटना से दक्षिण बिहार की ओर आने-जाने वालों के लिए बड़ी राहत साबित होगी। पटना दक्षिण, गया, जहानाबाद और बिहार शरीफ की दिशा में सफर करने वाले यात्रियों को अब लंबे जाम से मुक्ति मिलेगी।
महज 10 मिनट में सिपारा से महुली
करीब 11 किलोमीटर लंबा यह पथ सिपारा से महुली की दूरी को मात्र 10 मिनट में तय कराने में सक्षम होगा। मंत्री ने बताया कि यह मार्ग संपतचक और पुनपुन क्षेत्र के लोगों के लिए भी आवागमन को सरल बनाएगा।
उद्घाटन की तैयारी अंतिम चरण में
निरीक्षण के दौरान पथ निर्माण विभाग के सचिव संदीप कुमार पूड़कलकट्टी, बीएसआरडीसी के मुख्य महाप्रबंधक बब्लू कुमार, उप महाप्रबंधक प्रेम शंकर सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। मंत्री ने जानकारी दी कि भूपतिपुर से पुनपुन तक 9 किलोमीटर लंबा सेक्शन जल्द जनता को समर्पित किया जाएगा। इस समय रैंप की फिनिशिंग, पेंटिंग और लाइटिंग का कार्य अंतिम चरण में है।
फेज-2 में हुआ विभाजन
परियोजना को दो हिस्सों में बांटा गया है:
- मीठापुर से सिपारा तक 2.10 किमी का एलिवेटेड फोर-लेन रोड
- महुली से पुनपुन तक 2.20 किमी का एट-ग्रेड फोर-लेन मार्ग
पटना के दक्षिणी हिस्से को मिलेगी नई रफ्तार
इस परियोजना के पूरा होने से पटना के दक्षिणी हिस्से में यातायात व्यवस्था में बड़ा सुधार होगा। यात्रा में समय की बचत के साथ-साथ क्षेत्र में व्यापारिक और आर्थिक गतिविधियों में तेजी आने की भी संभावना है।