पटना जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की उपस्थिति दर्ज करने की प्रक्रिया अब पूरी तरह डिजिटल होने जा रही है। दिसंबर महीने से बच्चों की ऑनलाइन उपस्थिति टैबलेट के माध्यम से दर्ज की जाएगी। इसके लिए सभी स्कूलों को आवश्यक उपकरण उपलब्ध करा दिए गए हैं।
जिला शिक्षा कार्यालय ने बनाई नई व्यवस्था
जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से लिए गए निर्णय के तहत अब प्रत्येक विद्यालय में टैबलेट के जरिये सामूहिक उपस्थिति दर्ज की जाएगी। इसके लिए जिले के प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों को दो-दो टैबलेट उपलब्ध कराए गए हैं।
बच्चों की समूह फोटो से होगी उपस्थिति दर्ज
अधिकारियों के अनुसार, प्रत्येक क्लास टीचर रोजाना अपनी कक्षा के बच्चों की सामूहिक तस्वीर खींचेंगे और उसे अपनी लॉगिन आईडी के माध्यम से ‘ई-शिक्षा कोष पोर्टल’ पर अपलोड करेंगे। फोटो चारों दिशाओं से इस तरह ली जाएगी कि हर बच्चे का चेहरा स्पष्ट दिखाई दे।
इससे यह पता चल सकेगा कि किस दिन कितने बच्चे स्कूल आए और कितने ने मिड-डे मील (मध्याह्न भोजन) किया।
मिड-डे मील में फर्जीवाड़ा रोकने का प्रयास
जिला शिक्षा विभाग के अनुसार, कई बार शिकायतें आती हैं कि स्कूल में उपस्थिति कम और मिड-डे मील में संख्या अधिक दिखाई जाती है।
नई डिजिटल अटेंडेंस व्यवस्था से ऐसे मामलों पर नकेल कसने में मदद मिलेगी। अब बच्चों की उपस्थिति और भोजन की स्थिति फोटो साक्ष्य के साथ दर्ज की जाएगी।
शिक्षकों की उपस्थिति भी टैबलेट से
स्कूलों में सिर्फ बच्चों की ही नहीं, बल्कि शिक्षकों की उपस्थिति भी टैबलेट से दर्ज की जाएगी।
इसके लिए कुछ बड़े स्कूलों को तीन टैबलेट तक दिए गए हैं। एक टैबलेट छात्रों की उपस्थिति और दैनिक गतिविधियों के लिए होगा, जबकि दूसरा मिड-डे मील की मॉनिटरिंग के लिए। तीसरे टैबलेट से शिक्षकों की हाजिरी दर्ज की जाएगी।
जिला शिक्षा अधिकारियों का कहना है कि यह प्रणाली लागू होने के बाद शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता और अनुशासन दोनों बढ़ेंगे, साथ ही स्कूलों की रोजमर्रा की गतिविधियों की निगरानी भी आसान हो जाएगी।