पटना मेट्रो का सपना अब हकीकत बनने के बेहद करीब है। केवल 20 दिन बाकी हैं जब राजधानी के लोग मेट्रो में सफर कर सकेंगे। पटना मेट्रो का ट्रायल रन 1 अगस्त से शुरू होगा, जो एक सप्ताह तक चलेगा। इस दौरान तकनीकी परीक्षण और संचालन से जुड़ी सभी प्रक्रियाएं जांची जाएंगी। इसके बाद 15 अगस्त को मेट्रो सेवा का औपचारिक उद्घाटन किया जाएगा।
प्राथमिक कॉरिडोर का कार्य पूर्ण
मलाही पकड़ी से न्यू आईएसबीटी तक 6.2 किलोमीटर लंबे प्राथमिक कॉरिडोर पर ट्रैक बिछाने का काम पूरा हो चुका है। इस रूट पर पांच स्टेशन बनाए गए हैं—मलाही पकड़ी, खेमनीचक, भूतनाथ, जीरोमाइल और न्यू आईएसबीटी। शुरुआती चरण में खेमनीचक को छोड़कर अन्य चार स्टेशनों से मेट्रो सेवा शुरू की जाएगी।
स्टेशनों पर हाईटेक सुविधाएं
स्टेशनों को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। मलाही पकड़ी स्टेशन पर एस्केलेटर पूरी तरह तैयार है और अन्य संरचनात्मक कार्य अंतिम दौर में हैं। सभी स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर, ऑटोमैटिक टिकटिंग मशीन, स्वचालित गेट और सीढ़ियों जैसी सुविधाएं यात्रियों की सुविधा के लिए उपलब्ध रहेंगी।
पटना पहुंचा पहला मेट्रो रैक
मेट्रो के पहले ट्रायल के लिए तीन बोगियों वाला पहला रैक पुणे से पटना पहुंच गया है। डिपो में मेंटेनेंस पिट, कंट्रोल रूम, इलेक्ट्रिक सब-स्टेशन, वॉशिंग यूनिट और वर्कशॉप शेड का कार्य भी लगभग पूरा हो गया है।
पार्किंग सुविधा पर काम जारी
हालांकि मेट्रो सेवा की शुरुआत से पहले सभी स्टेशनों पर पार्किंग की सुविधा पूरी नहीं हो सकी है। फिलहाल, मलाही पकड़ी स्टेशन के पास कार और बाइक के लिए जगह तय की गई है, जबकि भूतनाथ और जीरोमाइल पर सिर्फ दोपहिया वाहन पार्किंग की योजना है। डिपो में एक बड़ी पार्किंग व्यवस्था तैयार की जा रही है।
PMRC का जोश और जज़्बा
पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (PMRC) ने अपने सोशल मीडिया पर एक प्रेरणादायक संदेश साझा करते हुए लिखा—
“बारिश हमारे हौसले को नहीं रोक सकती। हमारी टीमों का संकल्प और मेहनत लगातार जारी है, चाहे मौसम जैसा भी हो। गीली ज़मीन, भीगे कपड़े और पसीने से लथपथ शरीर—लेकिन हमारी आत्मा अडिग है। हम पटना को समय पर मेट्रो देने के अपने वादे पर कायम हैं। कोई रुकावट नहीं, कोई बहाना नहीं—सिर्फ़ विकास की ओर बढ़ते कदम।”