पटना मेट्रो उद्घाटन की नई तारीख का ऐलान,अब इस दिन से पटना मेट्रो में चलेगी सवारी

Jyoti Sinha

पटना मेट्रो परियोजना अपने पहले चरण की शुरुआत से पहले अंतिम तैयारियों में व्यस्त है। शुक्रवार को भारत सरकार के मुख्य विद्युत निरीक्षक (EIG) जगदीश कुमार ने मेट्रो के महत्वपूर्ण विद्युत ढांचे का विस्तृत निरीक्षण किया। उन्होंने सुरक्षा मानकों, तकनीकी सटीकता और गुणवत्ता को परखते हुए अधिकारियों से आवश्यक जानकारी प्राप्त की।

यह निरीक्षण पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (PMRCL) और दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) की टीमों की मौजूदगी में हुआ। मुख्य विद्युत निरीक्षक ने रिसीविंग सब स्टेशन (RSS), सहायक सब स्टेशन (ASS), फीडर लाइन और डिपो लाइन सहित मेट्रो की पूरी विद्युत प्रणाली का जायजा लिया। RSS मेट्रो को मुख्य बिजली आपूर्ति करता है, ASS स्टेशनों व सुविधाओं को बिजली देता है, फीडर लाइन ट्रेनों को निर्बाध बिजली पहुंचाती है और डिपो लाइन पर रेक की मरम्मत व रखरखाव होता है।

सुरक्षा और तकनीकी जांच
EIG का यह दौरा मेट्रो के सुरक्षित और सुचारू संचालन के लिए अहम माना जा रहा है। निरीक्षण के दौरान यह सुनिश्चित किया गया कि सभी सुरक्षा और तकनीकी मानकों का पालन हो रहा है।

पहला चरण और रूट डिटेल्स
मेट्रो का पहला चरण मलाही पकड़ी से न्यू ISBT तक 6.5 किमी लंबे एलिवेटेड प्राथमिकता कॉरिडोर पर होगा। इसमें पांच स्टेशन शामिल हैं— मलाही पकड़ी, खेमनीचक, भूतनाथ रोड, जीरो माइल और न्यू ISBT। निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में है। मेट्रो डिपो में 32 तीन-कोच वाले रेक की देखभाल, सफाई और तकनीकी जांच की सुविधाएं होंगी।

लॉन्च डेट में बदलाव
पहले इस कॉरिडोर को 15 अगस्त तक शुरू करने की योजना थी, जिसे बढ़ाकर 23 अगस्त किया गया। अब सुरक्षा कारणों से लॉन्च सितंबर में करने का फैसला लिया गया है।

ट्रायल रन की तैयारी
पुणे से पहला मेट्रो रेक 20 जुलाई को पटना पहुंच चुका है। अनुमान है कि इस महीने के अंत तक ट्रायल रन शुरू हो जाएगा, ताकि परिचालन से पहले सभी तकनीकी पहलुओं का परीक्षण किया जा सके।

पटना मेट्रो के संचालन से राजधानी की यातायात व्यवस्था में बड़ा बदलाव आएगा और लोगों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट में तेज़, आरामदायक और आधुनिक विकल्प मिलेगा। अब पूरे शहर की नज़रें सितंबर पर टिकी हैं, जब पहली बार मेट्रो पटरी पर दौड़ेगी।

Share This Article