राजधानी पटना में मेट्रो दौड़ाने का सपना अब हकीकत बनने जा रहा है। लंबे समय से तारीख टलने के बाद आखिरकार मेट्रो ट्रायल की फाइनल डेट तय हो गई है। 2 सितंबर से पटना मेट्रो का ट्रायल रन शुरू होगा और संभावना है कि 15 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद इसका उद्घाटन करेंगे। उसी दिन पीएम मोदी बिहार दौरे पर रहेंगे।
पहली बार ट्रैक पर उतरेगी मेट्रो
बैरिया स्थित पाटलिपुत्र इंटर स्टेट बस टर्मिनल (ISBT) के सामने बने डिपो में 132 केवी स्विच स्टेशन को चार्ज कर दिया गया है। इसके साथ ही ट्रायल के लिए रास्ता साफ हो गया है। शुरुआती टेस्टिंग डिपो परिसर के भीतर बने 800 मीटर लंबे ट्रैक पर होगी, जहां ट्रेन की तकनीकी जांच और सुरक्षा मानकों की पड़ताल की जाएगी।
पहला रूट: 6.5 किलोमीटर
पटना मेट्रो का पहला परिचालन मलाही पकड़ी से न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल तक 6.5 किलोमीटर लंबे रूट पर होगा। इसमें मलाही पकड़ी, भूतनाथ, जीरो माइल और न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल स्टेशन शामिल हैं। ज्यादातर स्टेशनों का फिनिशिंग वर्क पूरा हो चुका है, जबकि खेमनीचक स्टेशन पर अभी निर्माण अंतिम चरण में है।
एक ट्रेन में 900 यात्री
तीन कोच वाली मेट्रो ट्रेनों को तैयार कर लिया गया है। हर कोच में करीब 300 यात्रियों की क्षमता होगी, यानी एक ट्रेन में लगभग 900 लोग सफर कर सकेंगे। संचालन और सुरक्षा पर निगरानी के लिए डिपो में ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर बनाया गया है, जहां से सिग्नलिंग, बिजली और ट्रेन मूवमेंट पर नजर रखी जाएगी।
यात्रियों के लिए हाईटेक सुविधाएं
पटना मेट्रो पूरी तरह आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी। कोच में एयर कंडीशनिंग, सीसीटीवी कैमरे, मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट और वाई-फाई की सुविधा मिलेगी। स्टेशनों पर फूड कोर्ट, शॉपिंग एरिया और पार्किंग भी होगी। यात्री मोबाइल ऐप के जरिए रूट की जानकारी और टिकट बुकिंग कर सकेंगे।
बिहारी लुक में सजी मेट्रो
ट्रायल से पहले मेट्रो ट्रेन का नया लुक भी सामने आ चुका है। अब इसे पीले और लाल रंग में रंगा गया है और ट्रेन की बॉडी पर बिहार के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों को चित्रित किया गया है। महावीर मंदिर, गोलघर और नालंदा विश्वविद्यालय के अवशेष जैसी झलकियां अब ट्रेन की पहचान बनेंगी।
भविष्य की योजना
पहले कॉरिडोर में कुल 26 स्टेशन बनाए जा रहे हैं। अगले चरण में मेट्रो तख्त श्री हरमंदिर साहिब से लेकर पटना एयरपोर्ट और पटना जंक्शन तक जोड़ी जाएगी। इससे राजधानी के बड़े हिस्से मेट्रो नेटवर्क से जुड़ जाएंगे।