NEWSPR डेस्क। आज नवरात्रि की सप्तमी है और मां कालरात्रि की पूजा अर्चना की जाएगी। इस मौके पर जदयू ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव ने समस्त देशवासियों और प्रदेशवासिय़ों को शुभकामनाएं दी है। इसके साथ ही कहा कि मां कालरात्रि के मंत्र में बहुत ही शक्ति होती है। उन्हें मंत्र तंत्र की देवी कहा जाता है। इसलिए सभी लोग आज के दिन मां कालरात्रि के मंत्र का जाप करें।
अकाल मृत्यू के भय से मिलती मुक्ति
बता दें कि शास्त्रों के अनुसार, मां दुर्गा ने रक्तबीज का वध करने के लिए अपने तेज से कालरात्रि को उत्पन्न किया था। मान्यता यह भी है कि मां कालरात्रि शनिदेव को नियंत्रित करती हैं। भक्तों द्वारा नवरात्री के सप्तमी को इनकी पूजा अर्चना करने से ढैय्या और अकाल मृत्यू के भय से मुक्ति मिलती है। इनकी पूजा अर्चना करने से जीवन काली शक्तियों से दूर रहता है और लोगों के जीवन में शांति सुख आती है। इसलिए इन्हें कालरात्रि कहा जाता है।
मां कालरात्रि के मंत्र
या देवी सर्वभूतेषु माँ कालरात्रि रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
एक वेधी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता।
लम्बोष्ठी कर्णिकाकणी तैलाभ्यक्तशरीरिणी।।
वामपदोल्लसल्लोहलताकण्टक भूषणा।
वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयंकरी।।
देवी कालरात्रि के कवच-
ऊँ क्लीं मे हृदयं पातु पादौ श्रीकालरात्रि।
ललाटे सततं पातु तुष्टग्रह निवारिणी॥
रसनां पातु कौमारी, भैरवी चक्षुषोर्भम।
कटौ पृष्ठे महेशानी, कर्णोशंकरभामिनी॥
वर्जितानी तु स्थानाभि यानि च कवचेन हि।
तानि सर्वाणि मे देवीसततंपातु स्तम्भिनी॥