NEWS PR DESK PATNA– केंद्र की मोदी सरकार ने देश के लाखों किसानों को एक बड़ा उपहार दिया है। सरकार ने बुधवार को रबी फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि की घोषणा की है। गेहूं, सरसों सहित 6 रबी फसलों के दाम बढ़ाए गए हैं। इसके लिए सरकार 87,657 करोड़ रुपए खर्च करेगी। इस फैसले की जानकारी केंद्रीय मंत्री अश्विणी वैष्णव ने एक प्रेस कॉफ्रेंस में दी।
अश्विणी वैष्णव ने बताया, “गेहूं के लिए 150 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी MSP में की गई है। जौ के लिए 130 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है। चने के लिए 210 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है। मसूर के लिए 275 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है। चने की MSP बढ़ाकर 210 रुपये बढ़ाकर 5650 रुपये कर दी गई है। मसूर की MSP पहले 6425 रुपये प्रति क्विंटल थी। इसमें 275 रुपये का इजाफा कर दिया गया है। अब मसूर की नई MSP 6700 रुपये प्रति क्विंटल है। सरसो-तिलहन की पुरानी MSP 5650 रुपये थी। सरकार ने इसमें 300 रुपये का इजाफा किया है। अब सरसो की नई MSP 5950 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है।
वहीं, कुसुम की MSP में 140 रुपये की बढ़ोतरी की है। अब कुसुम की नई MSP 5940 रुपये है। मालूम हो कि इससे पहले मोदी कैबिनेट ने इससे पहले 14 जून को खरीफ की 14 फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने की मंजूरी दी थी। धान का MSP बढ़ाकर 2300 रुपये किया गया है। कपास की MSP 7121 रुपये की गई है। इसमें 501 रुपये बढ़ाया गया।
MSP न्यूनतम समर्थन मूल्य वो गारंटीड मूल्य है, जो किसानों को उनकी फसल पर मिलता है। भले ही बाजार में उस फसल की कीमतें कम हों। इसके पीछे तर्क यह है कि बाजार में फसलों की कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव का किसानों पर असर न पड़े। उन्हें न्यूनतम कीमत मिलती रहे।