NEWS PR DESK- पीएम मोदी के बिहार दौरे के दौरान व्हाट्सएप पर एक मैसेज आता है जिसमें लिखा रहता है जान से मारने की धमकी दी जाती है जिसके बाद प्रशासन और सुरक्षा एजेंसी में हर हड़कंप मच जाता है।
29 में 2025 को दोपहर में प्रधानमंत्री कार्यालय को प्राप्त इस धमकी भरे संदेश ने सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी सुरक्षा एजेंसी तुरंत हरकत में आए राष्ट्रीय जांच एजेंसी खुफिया ब्यूरो और गृह मंत्रालय ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बिहार के भागलपुर को इसकी जांच का जिम्मा सौंपा।
वही आपको बता दे की मात्रा 4 घंटे के भीतर भागलपुर के सुल्तानगंज से आरोपी समीर रंजन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया जिसे पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे किया।
आपको बता दे की भागलपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हृदयकांत के नेतृत्व में टेक्निकल सेल डीएसपी और सुल्तानगंज थाने के टीम में कॉल डिटेल लोकेशन को ट्रेस किया और सिम रजिस्टर्ड डाटा की गहन पड़ताल की जिसे पता चला कि युवक किसी दूसरे के नाम पर फर्जी सिम कार्ड लिए हुए था।
पुलिस ने आगे की कार्रवाई करते हुए व्हाट्सएप कॉल को ट्रेस किया जिसके बाद साइबर फ्रॉड की गंभीर साजिश की ओर इशारा करने लगा पुलिस ने किसी तरह धमकी देने वाले के पास पहुंची और उसकी गिरफ्तारी हुई।
मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि पुलिस के पूछताछ में समीर ने बताया कि वह बेरोजगार है आर्थिक तंगी और मानसिक तनाव में उसने यह खतरनाक कदम उठाया वही आगे बताएं कि कोरोना कल में उसकी जब चली गई थी जिसके बाद से वह बेरोजगार था वह हताश और बेचैनी का नतीजा निकला जो उसने मैसेज कर दिया।
पुलिस के अनुसार समीर का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है लेकिन उसकी मानसिक स्थिति इस घटना की मुख्य वजह बताई जा रही है हालांकि पुलिस अभी भी पूछताछ कर रही है।