NEWSPR डेस्क। मधेपुरा के उदाकिशुनगंज मंडल उपकारा में रविवार की देर संध्या पुलिस व बंदियों के बीच झड़प हो गई। दोनों तरफ से जमकर मारपीट, हाथापाई हुई। इसमें तीन बंदी व एक पुलिस कर्मी जख्मी हो गए हैं। बीच बचाव के दौरान कारा उपाधीक्षक भी चोटिल हुए। जख्मी पुलिस कर्मी का पीएचसी में ईलाज कराया गया। जबकि बंदियों का ईलाज जेल के अंदर के अस्पताल में जारी है।
मधेपुरा उदाकिशुनगंज मंडल उपकारा में कैदियों व पुलिस में मारपीट हुई है।जेल प्रशासन का कहना है कि बंदियों के लिए किसी ने बाहर से समान फेंका। इसका विरोध पुलिस कर्मियों ने किया। इसी बात को लेकर विवाद गहरा गया। वहीं देर संध्या किसी प्रकार का आपत्तिजनक समान फेंकने की बात गले से नहीं उतर रहा है। वजह कि उस वक्त मुलाकती का समय नहीं था। फिर आपत्तिजनक समान जेल के अंदर किसने और कैसे फेंका।
दूसरी बात यह कि यदि जेल के अंदर समान फेंकी गई तो प्रशासनिक व्यवस्था कमजोर है। वैसे अंदर खाने से खबर है कि जेल के अंदर बंदियों और पुलिस कर्मियों के बीच जमकर विवाद हुआ है। वैसे देर शाम तक जेल और स्थानीय प्रशासन मामले को झूठलाते रहे। जब जेल के जख्मी सिपाही का इलाज पीएचसी में होने का मामला सामने आया तो स्थिति स्पष्ट हुई। जहां जेलर सुनील कुमार खुद सिपाही का इलाज कराते नजर आए।
वहीं मीडिया कर्मी ने जेलर से सवाल पूछे। जहां जेलर पहले तो बात छुपाते नजर आएं। फिर खुद मामले का खुलासा किया। इससे पहले भी हाल के दिनों में एक बंदी की मौत पर जेल के बाहर बवाल मचा था। जेलर सुनील कुमार ने बताया कि पुलिस और बंदियों के बीच मारपीट हुई है। यद्यपि स्थिति सामान्य है। ज़ख्मी सिपाही का नाम वरूण कुमार महतो बताया गया है। जबकि जख्मी बंदियों के नाम का खुलासा नहीं किया गया है। इस घटना के बाद जेल में बंद अन्य कैदी भी दहशत में है। पहले भी यहां इस तरह की घटना घटी है।