कोच्चि जल मेट्रो की सफलता के बाद, अब देश के विभिन्न हिस्सों में इस पर्यावरण अनुकूल जल परिवहन प्रणाली को लागू करने की योजना बनाई जा रही है। केएमआरएल (कोच्चि मेट्रो रेल लिमिटेड) ने शनिवार को इस संबंध में बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि अब जल मेट्रो को 18 अलग-अलग स्थानों पर लाने की तैयारी है। इनमें अहमदाबाद, सूरत, मंगलुरु, अयोध्या, धुबरी, गोवा, कोल्लम, कोलकाता, पटना, प्रयागराज, श्रीनगर, वाराणसी, मुंबई, कोच्चि और वसई जैसे प्रमुख शहरों का नाम शामिल है।
केएमआरएल ने यह भी बताया कि बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय ने उसे विभिन्न क्षेत्रों में जल मेट्रो सिस्टम की क्षमता का आकलन करने का कार्य सौंपा है। इसके लिए एक आंतरिक समिति का गठन किया गया है, और जरूरत पड़ने पर बाहरी विशेषज्ञों को भी शामिल किया जाएगा।जल मेट्रो को लेकर एक और अहम बात यह है कि यह प्रणाली पर्यावरण अनुकूल और टिकाऊ डिजाइन से लैस है, जिससे शहरी जल परिवहन के लिए एक नया मानक स्थापित किया जा रहा है। फिलहाल, नदियों, झीलों और तटीय क्षेत्रों में जल मेट्रो सेवा शुरू करने की संभावनाओं पर भी चर्चा हो रही है। गुवाहाटी में ब्रह्मपुत्र नदी, जम्मू कश्मीर की डल झील और अंडमान-निकोबार, लक्षद्वीप द्वीपों को जोड़ने की योजना पर काम चल रहा है।जल मेट्रो की यह पहल केरल के नवाचार और विशेषज्ञता का प्रतीक बनकर सामने आई है और इसको पूरे देश में फैलाने की प्रक्रिया तेज़ी से चल रही है।