देश में पहली बार ट्रांसजेंडर को बनाया गया पीठासीन अधिकारी, पटना के बूथ नं-114 पर मोनिका दास हैं तैनात

Sanjeev Shrivastava

NEWSPR डेस्क। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर आज दूसरे चरण की वोटिंग जारी है. वोटिंग सुबह 7 बजे से शुरु हो चुकी है. लोगों का जमावड़ा आज अहले सुबह से मतदान केंद्रों पर देखने को मिल रहा है. इस बीच बेहद अच्छी और सकारात्मक ख़बर ये है कि समाज अब बदलाव देख रहा है. लोकतंत्र के महापर्व में पहली बार बिहार में ट्रांसजेंडर समुदाय से आने वाली मोनिका दास को एक बड़ी जिम्मेवारी मिली है. देश में पहली बार किसी ट्रांसजेंडर को मतदान कार्य के लिए पीठासीन पदाधिकारी बनाया गया है.

मोनिका दास को पटना जिला प्रशासन ने माइक्रो ऑब्जर्वर बनाया है. वो विधानसभा चुनाव में बूथ संख्या 114 जो पटना के कालिदास रंगालय में बनाया गया है में ड्यूटी कर रही हैं.

इस बाबत ट्रांसजेंडर एक्टिविस्ट रेशम प्रसाद ने कहा कि लोकतंत्र के महापर्व में ट्रांसजेंडर समुदाय को इतनी बड़ी जिम्मेवारी देना राष्ट्रहित के लिए लाभप्रद है. इससे ट्रांसजेंडर समुदाय के अंदर एक अलग आत्मविश्वास बढ़ेगा. रेशम प्रसाद ने कहा कि मोनिका दास के रुप में देश मे पहली बार ट्रांसजेंडर समुदाय से माइक्रो ऑब्जर्वर बनाना बिहार सहित सभी देशवासियों के लिए गर्व की बात है.

देश की पहली ट्रांसजेंडर बैंकर हैं मोनिका दास

बता दें कि मोनिका दास केनरा बैंक की ऑफिसर हैं और देश की पहली ट्रांसजेंडर बैंकर भी हैं. पीठासीन पदाधिकारी के तौर पर मोनिका दास एक बूथ की पूरी जिम्मेवारी संभाल रही हैं. मतदान कराने से लेकर मॉनिटरिंग तक का पूरा काम मोनिका दास के जिम्मे है.

इससे पहले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ट्रांसजेंडर रिया सरकार को पोलिंग ऑफिसर बनाया जा चुका है. रिया सरकार स्कूल शिक्षिका हैं. बिहार विधानसभा में पहली बार किसी ट्रांसजेंडर को पीठासीन पदाधिकारी बनाया गया जिससे ट्रांसजेंडर समुदाय में खुशी की लहर है. मोनिका दास पटना विश्वविद्यालय से लॉ में गोल्ड मेडलिस्ट रह चुकी हैं. इसके अलावा सौंदर्य प्रतियोगिता में फेस ऑफ पटना भी रह चुकी हैं.

ट्रांसजेंडर समुदाय को समाज की मुख्यधारा से जुड़ने के लिए यह चुनाव आयोग की सकारात्मक पहल है. वैसे ट्रांसजेंडर जो मुख्यधारा में शामिल नहीं है, उन्हें प्रेरणा मिलेगी. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट से ट्रांसजेंडर को तीसरे लिंग के रूप में मान्यता मिलने के बाद समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास जारी है. राज्य में ट्रांसजेंडर को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए किन्नर कल्याण बोर्ड बनाया जा चुका है.

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