देवघर रोपवे हादसे के बाद बिहार सरकार भी हुई सतर्क, राजगीर और बांका रोपवे का मुआयना करेगी सरकार

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। देवघर के त्रिकुट पहाड़ में हुए रोपवे हादसे के बाद अब बिहार के राजगीर में भी रोपवे और तमाम सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सूत्रों की मानें तो खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजगीर और बांका के रोपवे का मुआयना करेंगे। हालांकि इस बात की अभी पुष्टी नहीं की हई है। झारखंड हादसे के बाद पर्यटन विभाग राजगीर पूरी तरह से अलर्ट हो गया है। क्योंकि कुछ दिन पहले ही राजगीर में भी जिप लाइन वाला हादसा हुआ था। जहां एक महिला बाल बाल बची थी। वह काफी ऊपर हवा में फंस गई थी।

वहीं देवघर हादसे के बाद केंद्र सरकार ने भी सभी राज्यों के लिए एडवाइजरी जारी किया। जिसके तहत यह पर्यटन विभाग के अधिकारियों की जिम्मेवारी होगी कि वहां आने वाले सभी पर्यटकों की सुरक्षा का खास ध्यान रखा जाए। बता दें कि राजगीर में विश्व शांति स्तूप तक जाने के लिए 8 सीटर केबिन वाले रोप-वे एवं सिंगल सीटर रोप-वे पर्यटकों के लिए खास है। हर रोज हजारों की संख्या में पर्यटक रोपवे से दर्शन करने जाते।

त्रिकुट पहाड़ हादसे के बाद सोमावर को रोपवे मैनेजर तथा इसके निर्माण सह मेंटनेंस एजेंसी सीआरएसपीएल यानी कन्विनियर एंड रोप वे सर्विसेज प्रा लि ने दावा किया कि यह हर सुरक्षा मानकों पर खरा उतरने वाली है। हमारी ओर से ऐसी किसी भी हादसे को होने का मौका नहीं दिया जाएगा। रोपवे मैनेजर गौरव कुमार ने बताया कि रोजाना रोपवे के परिचालन के दो घंटे पूर्व मेंटनेंस और सुरक्षा की जांच की जाती। इसके बाद अपर व लोअर स्टेशन इंचार्ज की लिखित सूचना के बाद रोपवे का परिचालन शुरू किया जाता।

उन्होंने बताया कि रोजाना परिचालन के 2 घंटे पहले मेंटनेंस और सुरक्षा की जांच-पड़ताल की जाती। इसके बाद अपर और लोअर रोप-वे स्टेशन इंचार्ज से सूचना के बाद जांच कर परिचालन शुरू किया जाता। 8 सीटर रोप-वे में आवागमन में 10 मिनट और सिंगल सीटर रोपवे में 15 मिनट का समय लगता है। सिंगल सीटर रोप-वे में 11 टावर हैं।

जबकि 8 सीटर रोप-वे में 6 टावर लगे हुए हैं। जिसकी कड़ी निगरानी की जाती। ताकि देवघर जैसे हादसे न हों। वहीं रोपवे प्रबंधक ने पर्यटकों से अपील की है कि वह निर्भीक होकर विश्व शांति स्तूप पर जाने के लिए बने रोपवे का आनंद ले सकते हैं। यहां त्रिकूट पर्वत जैसे हादसे की संभावना नहीं है।

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