बिहार के रोहतास जिले के शिवसागर प्रखंड स्थित बड्डी गांव के होनहार तेज गेंदबाज आकाशदीप सिंह ने एक बार फिर अपने प्रदर्शन से देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है। इंग्लैंड की धरती पर हुए टेस्ट मैच में आकाशदीप ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
मैच के दौरान उनके धारदार स्पेल ने न सिर्फ विपक्षी टीम की कमर तोड़ी बल्कि मैच का पूरा रुख ही बदल दिया। उनके इस शानदार प्रदर्शन की गूंज अब उनके गांव तक पहुंच चुकी है।
जैसे ही जीत की खबर गांव पहुंची, बड्डी गांव में उत्सव का माहौल बन गया। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक हर कोई आकाशदीप की उपलब्धि पर गर्व कर रहा है। गांव में पटाखे फूटे, मिठाइयां बंटी और ढोल-नगाड़ों के साथ लोग खुशी से झूम उठे।
हालांकि इस वक्त उनकी मां लखनऊ में बेटी के साथ रह रही हैं, लेकिन गांव में मौजूद परिवार और रिश्तेदार खुशी से फूले नहीं समा रहे। गांववालों का कहना है कि आकाशदीप बचपन से ही बेहद अनुशासित और परिश्रमी थे, और सभी को विश्वास था कि एक दिन वह देश के लिए खेलेंगे।
आकाशदीप के जीवन की राह आसान नहीं रही। उनके पिता रामजी सिंह और एक बड़े भाई का पहले ही देहांत हो चुका है। छह भाई-बहनों में सबसे छोटे आकाशदीप ने तमाम कठिनाइयों के बावजूद अपने सपनों को साकार किया है।
स्थानीय लोगों का मानना है कि इस प्रदर्शन के बाद टीम इंडिया में उनकी जगह लगभग तय हो गई है। वे मानते हैं कि आने वाले वर्षों में आकाशदीप भारतीय गेंदबाजी आक्रमण का अभिन्न हिस्सा बनेंगे।
बड्डी गांव के इस बेटे ने यह साबित कर दिया है कि प्रतिभा सिर्फ बड़े शहरों की मोहताज नहीं होती — मेहनत, समर्पण और अवसर मिलने पर गांवों के युवा भी देश के लिए गौरव बन सकते हैं। आकाशदीप की सफलता पूरे बिहार के लिए प्रेरणा की मिसाल बन गई है।