RTI एकटिविस्ट के बेटे का आत्महत्या मामला: जांच के लिए टीम के साथ पहुंचे DIG, मां ने पुलिस पर लगाए कई आरोप

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। दिवंगत आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल के पुत्र रोहित अग्रवाल के आत्महत्या करने की घटना की जांच करने और पीड़ित परिवार को सांत्वना देने आज अधिकारियों की टीम हरसिद्धि पहुंची। टीम का नेतृत्व चम्पारण प्रक्षेत्र के डीआईजी पीके प्रवीण ने किया। जबकि साथ में पूर्वी चम्पारण के डीएम शीर्षत कपिल अशोक और एसपी डॉ कुमार आशीष भी रहे। अधिकारियों ने पीड़ित परिजनों से मिलकर हरसंभव सहायता देने की बात कही है। अधिकारियों से मिलने के बाद आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की पत्नी मोनिका अग्रवाल ने कहा कि पहले जमीन माफियाओं ने पति की हत्या कराया और फिर इन्ही लोगों ने साजिश कर मेरे पुत्र रोहित अग्रवाल को आत्महत्या करने पर विवश किया है।

मोनिका अग्रवाल ने कहा कि पति विपिन अग्रवाल सरकार की जमीन को खाली कराने की लड़ाई लड़ रहे थे। हरसिद्धि बाजार के 10 एकड़ से अधिक अरबों रुपये की जमीन जो सरकारी है उसका अतिक्रमण का खुलासा किया था। साथ ही सरकार की इस जमीन को खाली कराने की लड़ाई हाईकोर्ट में लड़ रहे थे। हरसिद्धि बाजार की जमीन का अतिक्रमण कर कोल्ड स्टोरेज पेट्रॉल पम्प सहित बहुमंजिले व्यवसायिक प्रतिष्ठान बने है। सरकार की इस जमीन को कब्जा करने वालों ने साजिश कर विपिन अग्रवाल की हत्या कराया है। उन्होंने पुत्र रोहित अग्रवाल के आत्महत्या के दर्ज प्राथमिकी को गलत बताते हुए कहा कि वह पैर फिसलने से नहीं गिरा बल्कि शरीर में आग लगाकर छत से कुद पड़ा था। मोनिका अग्रवाल ने कहा कि पुलिस ने मनगढ़ंत कहानी बना कर प्राथमिकी दर्ज किया है।

वहीं विपिन अग्रवाल के पिता विजय अग्रवाल ने पूरे घटना क्रम से डीआईजी को अवगत कराया और कहा कि उन्हें प्रशासन सुरक्षा दे। साथ ही बेटे की लड़ाई को प्रशासनिक अधिकारी अंजाम तक पहुंचाते हुए अतिक्रमित सरकारी जमीन को खाली कराये। डीएम ने पीडित परिजनों को सांत्वना देते हुए कहा कि पूरे परिवार को सुरक्षा दिया जायेगा। साथ ही परिवार के भरण पोषण के लिए मुकम्मल व्यवस्था करायी जा रही है। परिजनों से मिलने के दौरान विपिन अग्रवाल के इकट्ठा किये गये दास्तावेजों को देखा और कानूनी प्रावधान के अनुसार कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। डीएम ने कहा कि सरकार के निर्देश के अनुसार सरकारी जमीन को खाली कराने का अभियान चल रहा है। इसी अभियान के तहत हरसिद्धि बाजार के अतिक्रमित जमीन को भी खाली कराया जायेगा। वहीं डीआईजी पीके प्रवीण ने पीडितों की बात सुनने के बाद कहा कि बहुत ही दुखद घटना है। प्रशासन परिवार के साथ है और उन्हें सभी तरह की सुविधाएं दिया जायेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की हत्या में शामिल सभी आरोपियों और साजिशकर्ताओं पर कानूनी कार्रवाई किया जायेगा। चाहे वह कितना भी बड़ा आदमी क्यों न हो। उन्होंने कहा कि विपिन हत्याकांड में शामिल दोषी को छोड़ा नहीं जायेंगा। हरेक बिन्दु पर जांच किया जा रहा है। साथ ही अरेराज के तत्कालीन डीएसपी अभिनव धीमन के जांच रिपोर्ट को सत्य मानते हुए कार्रवाई शुरु किया जायेगा।

मोतिहारी से धर्मेंद्र की रिपोर्ट

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