बात-बात पर कटाक्ष… वार-पलटवार के बीच JDU-BJP में जारी है ‘सौतिया डाह’

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। पटना दोस्त जब दुश्मन बनते हैं, तब किस कदर उनके बीच लड़ाई होती है यह जानना हो तो बीजेपी और जेडीयू के बीच चल रहे बयानबाजी को पढ़िए और देखिए। बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद से ही दोनों दलों के बीच एक दूसरे को नीचा दिखाने के लिए बयानबाजी हो रही है। मंगलवार को भी जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने बीजेपी पर वार किया तो बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने भी पलटवार किया।

जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जेटली ने कभी भी किसी पार्टी के अंदरूनी मामलों में दखल नहीं दिया। शुरू से ही जेडीयू गठबंधन धर्म का पालन करती रही है। दूसरी तरफ भाजपा की यह फितरत रही है कि हमेशा से दूसरे दल के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करने का। साथ पार्टी को कमजोर कर तोड़फोड़ करने का।

जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि बिहार के महागठबंधन सरकार में आरजेडी नेतृत्व ने जिसे चाहा अपने कोटे से नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री बनवाया, क्योंकि यह उनका अंदरूनी मामला था। उन्होंने सुशील कुमार मोदी को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें यह याद रखना चाहिए कि बीजेपी जिसके साथ रहती है, वह उसे ही लगातार धोखा देती रही है। चाहे वह जेडीयू हो, शिवसेना हो या अकाली दल। उन्होंने यह भी कहा कि आज यही वजह है कि बीजेपी के साथ कोई भी क्षेत्रीय दल नहीं है।

जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार ने सत्ता संभालने के साथ ही अति पिछड़ों को पंचायत और नगर निकाय में आरक्षण दिया था और तभी से बिहार में आरक्षण के आधार पर चुनाव करवाया। जबकि बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ लगातार आरक्षण के खिलाफ साजिश रचती रही। उन्होंने कहा कि जेडीयू आरक्षण विरोधी बीजेपी की पोल जनता के सामने खोलने का काम करेगी।

जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के आरोपों पर बीजेपी की ओर से पलटवार किया गया। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि बिहार में माफियाओं, अपराधियों व प्रशासनिक अधिकारियों का गठजोड़ बन गया है, जिसे सरकार में बैठे लोगों का समर्थन मिल रहा है। यही कारण है कि थाना में लोगों को न्याय नहीं मिल रहा है। लोग हताश, निराश, परेशान न्याय की आस में भटक रहे हैं।

विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि समस्तीपुर में 50 दिन पहले रघुवीर स्वर्णकार की हत्या हुई थी, लेकिन अब तक एक भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। राज्य के विभिन्न जिलों में आए दिन आपराधिक घटनाएं लगातार घट रही है, लेकिन पुलिस कुछ नहीं कर पाती। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बिहार पुलिस की अपने कर्तव्य के प्रति जो जिम्मेदारी होती है, उन्हें न कर वे वफादारी पद पर बने रहने की जुगत में लगे हैं।

नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री से पूछा कि आपके जनता दरबार से लौटे लोगों को भी न्याय नहीं मिलता, क्या यही जनता राज है। उन्होंने कहा कि संवैधानिक पद पर बैठे लोग संवैधानिक संस्था का निर्णय प्रतिकूल हो या अनुकूल हो, उसका सम्मान करना चाहिए। विरोधियों पर कटाक्ष करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जब निर्णय उनके पक्ष में नहीं आता तो तब वे कहते हैं कि BJP के इशारे पर किया जा रहा है और जब उनके पक्ष में आता है, तब कहते हैं कि भाजपा उन्हें फंसा रही थी। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह दोहरा चरित्र अब नहीं चलने वाला है। उन्होंने कहा कि संवैधानिक संस्थाएं अपने कर्तव्य का निर्वहन करती है और उसका सम्मान होना चाहिए।

विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि नगर निकाय का चुनाव नहीं होना और स्वास्थ्य मंत्री का सही ढंग से कर्तव्यों का निर्वहन नहीं करना, डेंगू के मामले बढ़ने में सबसे बड़े कारण है। उन्होंने कहा कि बिहार में डेंगू पहली बार नहीं फैला है, लेकिन क्षेत्र में साफ-सफाई नहीं होना और अस्पतालों में सही व्यवस्था नहीं होने के कारण डेंगू के मामले बढ़ गए हैं।

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