बिहार कृषि विश्वविद्यालय में आईएसएसएस के सबौर चैप्टर द्वारा एसटीसीआर में प्रगति पर विशेष व्याख्यान का हूवा आयोजन

Patna Desk

भागलपुर बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर के मृदा विज्ञान एवं कृषि रसायन विभाग के अंतर्गत भारतीय मृदा विज्ञान सोसायटी के सबौर चैप्टर द्वारा 17 फरवरी, 2025 को विशेष आमंत्रित व्याख्यान का आयोजन किया गया कार्यक्रम की अध्यक्षता सबौर चैप्टर आईएसएसएस के उपाध्यक्ष डॉ. अरुण कुमार झा ने की, जिन्होंने वक्ता का अभिनंदन किया। सत्र की शुरुआत एसएसएसी विभाग के अध्यक्ष और आईएसएसएस, नई दिल्ली के काउंसिलर डॉ. अंशुमान कोहली के औपचारिक स्वागत भाषण से हुई।

आईएसएसएस के सबौर चैप्टर के सचिव डॉ. निंटू मंडल ने अपने उद्घाटन भाषण में चैप्टर की गतिविधियों का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया। डॉ. प्रदीप डे, निदेशक, आईसीएआर-अटारी, कोलकाता ने “एसटीसीआर आधारित उर्वरक अनुशंसा: हालिया प्रगति” पर एक ज्ञानवर्धक व्याख्यान दिया, जिसमें आजीविका सुरक्षा बढ़ाने के लिए मृदा स्वास्थ्य और गुणवत्ता बनाए रखने में एसटीसीआर आधारित दृष्टिकोण की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल दिया गया। उन्होंने पोषक तत्वों के उपयोग की दक्षता बढ़ाने और पारिस्थितिकी तंत्र की स्थिरता में सुधार के लिए एक रणनीति के रूप में एसटीसीआर आधारित एल्गोरिदम के माध्यम से पोषक तत्वों की आवश्यकता को निर्धारित करने के महत्व पर प्रकाश डाला। यह सत्र अत्यधिक जानकारीपूर्ण था और कार्यक्रम के दौरान उपस्थित संकाय और छात्रों के लिए महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्रदान की। इससे पहले डॉ. डे ने माननीय कुलपति प्रो. डी.आर. सिंह के कार्यालय का शिष्टाचार दौरा किया। माननीय कुलपति ने कामना की कि निकट भविष्य में विश्वविद्यालय का अटारी, कोलकाता के साथ सहयोग होगा। इस अवसर पर कृषि संकायाध्यक्ष डॉ. ए.के. साह और प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ. आर.के. सोहाने भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का समापन आईएसएसएस, सबौर चैप्टर के कोषाध्यक्ष डॉ. कस्तूरीकासेन बेउरा द्वारा दिए गए औपचारिक धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ

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