NEWS PR DESK PATNA– लखनऊ की एक एजेंसी ने बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर बिहार यूनिवर्सिटी मुजफ्फरपुर (BRABU) के 80,000 छात्रों के परिणाम को गायब कर दिया है। यह समस्या 2020-21 की परीक्षाओं से संबंधित है, जिनके परिणाम एजेंसी ने अपनी वेबसाइट से हटा लिए हैं। इसके कारण छात्रों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि वे अपने परिणाम सुधारने के लिए आवेदन नहीं कर पा रहे हैं।
छात्र लगातार यूनिवर्सिटी के परीक्षा विभाग और छात्र संवाद से शिकायत कर रहे हैं, लेकिन परिणाम उपलब्ध न होने के कारण उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है। इस एजेंसी की लापरवाही के चलते केवल स्नातक ही नहीं, बल्कि स्नातकोत्तर के छात्र भी प्रभावित हुए हैं। हाल ही में, बेतिया का एक पीजी छात्र अपनी शिकायत लेकर यूनिवर्सिटी पहुंचा था। उसने छात्र संवाद के माध्यम से भी मदद मांगी, जिसके बाद उसे रजिस्ट्रार के पास भेजा गया।
यूनिवर्सिटी सूत्रों ने बताया कि एजेंसी 2022 में राशि भुगतान को लेकर यूनिवर्सिटी से अलग हो गई थी। इसके बाद उसने अपनी वेबसाइट से रिजल्ट भी हटा दिया। चूंकि, रिजल्ट यूनिवर्सिटी के पास उपलब्ध नहीं है, इसलिए पेंडिंग रिजल्ट की समस्या को ठीक करने में परेशानी आ रही है। हालांकि, अभी तक इस पर कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है। टेबुलेशन की प्रक्रिया में छात्रों के जो नंबर छूट गए हैं, उन्हें जोड़ा जाएगा।