NEWSPR डेस्क। वैशाली की रहने वाली दसवीं कक्षा की छात्र सुप्रिया की हत्या को लेकर बवाल मचा हुआ है। वहीं सोमवार को इसे लेकर लोगों का भयंकर गुस्सा फूटा। इस मामले में समस्तीपुर के बॉर्डर से संदिग्ध आरोपी की गिरफ्तारी हुई है। ग्रामीणों ने संदिग्ध आरोपी की पिटाई की है। हाजीपुर के अबदुल्लाचौक पर ग्रामीणों ने जोरदार हंगामा किया । लोगों की भीड़ ने एक संदिग्ध को दबोचकर सड़क पर बुरी तरह पीटा है। यही नहीं हाजीपुर के महनार थाने के इंचार्ज को बंधक भी बना लिया है।
जानकारी के मुताबिक संदिग्ध घटना वाले दिन से ही गायब था और उसका घर भी घटनास्थल से कुछ दूरी पर था। पुलिस को उस पर शक था इसलिए वह पहले से ही उसकी गतिविधियों का मुआयना कर रही थी। वहीं सोमवार को गुप्त सूचना के आधार पर थानेदार सादी वर्दी में उसे पकड़ने पहुंचे। इसी दौरान संदिग्ध की नज़र पुलिस पर पड़ी तो वह भागने लगा। पुलिस को देखते ही भाग रहे संदिग्ध को भीड़ ने दबोचा। जिसके बाद सरेआम उसकी पिटाई शुरू कर दी। आरोपी को अपने कब्जे में लेने की कोशिश कर रहे थानाध्यक्ष से भी भीड़ की धक्का मुक्की हुई। इसमें थानाध्यक्ष को हल्की चोट भी आई है।
वहीं कंद्रीय मंत्री पशुपति पारस पीड़ित परिवार से मिले। जिसके बाद उन्होंने आरोपी को सख्त सजा मिलने की बात करते हुए परिवार वालों को आश्वाशन दिया। उन्होंने कहा कि घटना को अंजाम देने वाला किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। बता दें कि 15 सितंबर को सुप्रिया का शव मिला था। उसके पिता एक कोचिंग के संस्थापक हैं। 14 सितंबर को वह सुबह कोचिंग के लए निकली थी लेकिन पहुंची नहीं। जिसके बाद सबने उसकी खोजबीन शुरू कर दी। मामले में पुलिस की जांच भी शुरू हो गई फिर दूसरे दिन ही उसकी लाश एक महिला द्वारा झाड़ियों में देखी गई। जिसके बाद इस मामले ने तुल पकड़ ली और हर कोई सुप्रिया को इंसाफ दिलाने की मूहिम में शामिल हो गया। सुप्रिया के पिता उमाशंकर ठाकुर प्लूरल्स पार्टी के पूर्व प्रत्याशी भी रहे हैं।
वैशाली से नागमणि की रिपोर्ट