सुशांत सिंह राजपूत के मौत मामले की जांच कर रही पटना पुलिस के अभद्र व्यवहार करने का मामला तूल पकड़ने लगा है। बता दें आपको कि मुंबई पुलिस पर बिहार सरकार ने पटना पुलिस का सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया था। इसके लिए डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने ट्वीट भी किया था। उन्होंने लिखा कि “अब बिहार के बेटे सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच के लिए पहुंची बिहार पुलिस को मुम्बई पुलिस का सहयोग नहीं मिल रहा है।”
जिसके बाद अब वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी विकास वैभव ने भी इस मामले को लेकर प्रतिक्रिया दी है। सुशांत सिंह राजपूत के आत्महत्या मामले को लेकर विकास वैभव काफी गंभीर हैं। उन्होंने ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अपने ट्वीट को मुम्बई में बिहार पुलिस के जाने के बाद मुम्बई पुलिस की कार्यशैली से जोड़ा है।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि “पुलिस की कार्यशैली में पारदर्शिता अत्यंत महत्वपूर्ण है ! पारदर्शिता ऐसी जो न केवल हो परंतु स्पष्ट रूप से प्रतीत भी हो ! जब ऐसा नहीं होता तब निश्चित ही संदेह उत्पन्न होता है जो उचित नहीं है ! पारदर्शिता से ही पुलिस में आम जनता का विश्वास बढ़ता है ! संदर्भ स्पष्ट है !”
हालांकि अब सूत्रों के बवाले से खबर आ रही है कि पटना पुलिस को वह नंबर मिल गया है, जिससे सुशांत सिंह राजपूत अंतिम समय में बात करते थे। पुलिस उन दोनों सिम कार्ड्स के नंबर का कॉल डिटेल निकलवा रही है। इससे पता चल जाएगा कि सुशांत के संपर्क में अंतिम समय में कौन-कौन लोग थे। ऐसा कहा जा रहा है कि आठ जून को रिया चक्रवर्ती झगड़ा करने के बाद उनके फ्लैट से वापस अपने घर चली गयी थी। लेकिन पुलिस की जांच में पता चलेगा कि सुशांत से उसकी अंतिम समय में बात होती थी या नहीं होती थी।