तेजप्रताप यादव का पारिवारिक विवाद बना राजनीतिक चर्चा का केंद्र, चिराग पासवान की संतुलित प्रतिक्रिया

Patna Desk

बिहार की राजनीति एक बार फिर पारिवारिक कलह के कारण सुर्खियों में है। इस बार विवाद के केंद्र में हैं तेजप्रताप यादव और उनके साथ जुड़ा नाम – अनुष्का यादव। यह मामला अब सिर्फ पारिवारिक दायरे तक सीमित नहीं रहा, बल्कि पार्टी स्तर और सार्वजनिक मंचों पर भी खुलकर सामने आ गया है।हाल ही में आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने अपने बड़े बेटे तेजप्रताप यादव को पार्टी और परिवार दोनों से बाहर कर दिया। यह कठोर फैसला उस वक्त लिया गया जब तेजप्रताप ने सोशल मीडिया पर अपनी पूर्व प्रेमिका अनुष्का को लेकर एक पोस्ट साझा की, जिससे विवाद और भी तूल पकड़ गया। तेजप्रताप ने बाद में सफाई दी कि वह तस्वीर AI द्वारा बनाई गई थी और उनका सोशल मीडिया अकाउंट हैक हो गया था। लेकिन तब तक मामला मीडिया और पार्टी में हलचल मचा चुका था।इस विवाद पर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की प्रतिक्रिया भी सामने आई है।

पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि यह विवाद आरजेडी परिवार और उनके आंतरिक मामलों से जुड़ा है। हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि “मैं मानता हूं कि किसी भी बेटी के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए।” चिराग का यह बयान न तो किसी पक्ष का समर्थन करता है और न ही आलोचना – बल्कि यह एक संतुलित और संवेदनशील प्रतिक्रिया है जो महिलाओं के अधिकारों और गरिमा की बात करता है।विवाद के बीच एक व्यक्तिगत खुशी की खबर भी आई – आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पिता बने हैं। इस अवसर पर चिराग पासवान ने उन्हें पुत्र रत्न की प्राप्ति पर शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, “मैं खुश हूं कि मेरे भतीजे का जन्म हुआ है। पिछली बार भी जब हमारी मुलाकात हुई थी, वह किसी राजनीतिक बैठक के लिए नहीं थी।” इस बयान से यह संकेत मिलता है कि राजनीतिक मतभेद के बावजूद नेता व्यक्तिगत अवसरों पर एक-दूसरे के प्रति सद्भाव बनाए रखते हैं।

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