NEWSPR डेस्क। नेता प्रतिपक्ष लगातार कोशिश कर रहे और राजद को आगे बढ़ा रहे। वह संगठन से लेकर जनता के बीच जाने तक हर मोर्चे पर राजद को स्ट्रॉग पार्टी के रूप में उभारना चाहते। लेकिन उनकी इस कोशिश को शायद राजद के वरिष्ठ नेताओं का साथ नहीं मिल रहा। जिसका कारण है राजद की शनिवार की महत्वपूर्ण बैठक। बता दें कि राजद ने कल अपने सभी नेताओं के लिए महत्वपूर्ण बैठक बुलाई थी। जिसमें पार्टी के कई प्रमुख नेता नदारद दिखे।
पार्टी कार्यालय में आयोजित बैठक में सभी मौजूदा और पूर्व एमएलए–एमएलसी और उम्मीदवारों को शामिल होना था। पर वह नहीं आए। दरअसल, राजद संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता अवध बिहारी चौधरी के साथ-साथ पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे, पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम के अलावे लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव भी इस बैठक में नहीं पहुंचे। इसके अलावा जगदानंद सिंह के बेटे और विधायक के सुधाकर सिंह, कुमार सर्वजीत और प्रेम कुमार मणि जैसे प्रमुख नेताओं की मौजूदगी बैठक में नहीं दिखी।
बताया जा रहा कि इन नेताओं की गैरमौजूदगी के कारण तेजस्वी परेशान रहे। तेजस्वी इतने नाराज दिखे कि उन्होंने खुले मंच पर कह दिया कि पार्टी और संगठन सबसे महत्वपूर्ण होता है। तेजस्वी ने कहा कि रमजान हो या रामनवमी या शादी का मौसम सबसे महत्वपूर्ण संगठन है। अगर आप संगठन के लिए वक्त नहीं निकाल सकते तो फिर पार्टी क्या करेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी किसी भी हाल में फर्जी सदस्य ना बनाएं। फर्जी सदस्य बनाएंगे तो मैं उसकी क्रॉस चेकिंग करवा लूंगा। तेजस्वी ने कहा कि आरजेडी सभी वर्गों की पार्टी है और सभी तबके के लोग इस से जुड़ना चाहते हैं, बस पार्टी के विधायकों और विधान पार्षदों को उनके घर पर अपनी मौजूदगी दिखानी होगी।