NEWSPR डेस्क। पटना में सोमवार को गर्दनीबाग धरना स्थल पर स्टेट मेरिट अभ्यर्थी संघ का भूख हड़ताल शुरू हो गया। भूख हड़ताल पर बैठे अभ्यर्थियों की सरकार से मांग हैं कि सरकार विज्ञापन के मुताबिक नियुक्ति करें। अभ्यर्थी आलोक यादव, अनिक कुमार का कहना है कि सरकार अपने हीं विज्ञापन की पालन नहीं कर रही है जबकि विज्ञापन के चयन प्रक्रिया में स्पष्ट लिखा है कि जो भी अभ्यार्थी मेरिट में आएंगे उन्हीं की नियुक्ति की जाएगी।
चयन प्रक्रिया के अनुरूप बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा 21 जून को मेरिट लिस्ट बनाया गया जिसमें 30675 अभ्यार्थियों को मेरिट में बताया गया। जबकि क्वालिफाईड अभ्यार्थियों की संख्या 80402 बताई गई लेकिन अगले दिन बिना मेरिट वाले अभ्यर्थी सड़क पर आ गए और भीडतंत्र के दबाव में आकर शिक्षा मंत्री के आदेश पर शिक्षा विभाग द्वारा 26 जून को एक काला फरमान जारी किया गया। जिसमें कहा गया कि मेरिट के बराबर नॉन मेरिट होगा। जो विज्ञापन विरोधी सह संविधान विरोधी है। जिसके खिलाफ यह भूख हड़ताल किया जा रहा।
भूख हड़ताल की शुरुआत रोजगार आंदोलन के छात्र नेता आकाश कश्यप, आलोक श्रीवास्तव, हर्षवर्धन ने माला पहना कर किया। जिसका नेतृत्व कमेटी के अध्यक्ष आलोक श्रीवास्तव , कार्यकारी अध्यक्ष अनिल कुमार ,आलोक यादव(उपाध्यक्ष), ओम प्रकाश ,रुपेश कुमार , अर्जून कुमार (मुख्य प्रवक्ता) गौतम कुमार ,,सरिता कुमारी, इंदु कुमारी, प्रतिभा कुमारी आदि के द्वारा किया गया।