कैमूर, उचित मुआवजा की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे किसानों के पास वृहस्पतिवार को जिलाधिकारी कैमूर पंहुचे। धरना स्थल पर बैठे किसानों के साथ जिलाधिकारी DM ने हर संभव मदद का दिया भरोसा। जिलाधिकारी ने किसानों के साथ बैठकर लिट्टी चोखा का आनन्द उठाया। भारत माला परियोजना बनारस रांची टु कोलकाता एक्सप्रेस-वे निर्माण के लिए एनएचएआई से अधिकृत पीएनसी इंफ्राटेक लिमिटेड कंपनी के बेस कैंप स्थल मसोई में किसान पिछले 168 दिन से धरना पर बैठे हुए हैं। दोपहर एक के आस पास सावन कुमार जिलाधिकारी कैमूर ने किसानों से मिलने के लिए पंहुचे। उन्होंने ने धरना पर बैठे किसानों से हालचाल जाना। उन्होंने ने किया को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। उन्होंने ने कहा कैमूर जिले में भूमि अधिग्रहण से प्रभावित किसानों के मुआवजा बढ़ाकर दुगना किया गया है। जिलाधिकारी ने कहा आगे किसानों का मुआवजा बढ़ाने का आगे भी प्रयास किया जाएगा। जिलाधिकारी कैमूर ने कहा भारत माला परियोजना एक्सप्रेस-वे के बनने के बाद स्थानीय लोगों का विकास होगा। उन्होंने ने कहा एक्सप्रेस-वे निर्माण के बाद उद्यौगिक गलियारा के लिए बनाए जाने के लिए जमीन की तलाश की जा रही है। उन्होंने ने सम्पर्क बढेंगे तो रोजगार एवं आर्थिक अवसर भी स्थानीय लोगों को मिलेगा। जिलाधिकारी ने कहा भारत माला परियोजना एक्सप्रेस-वे निर्माण से कैमूर जिले में आर्थिक संपन्नता बढ़ेगी।
धरना में शामिल किसान संघर्ष मोर्चा कैमूर अध्यक्ष विमलेश पांडेय ने जिलाधिकारी से किसानों की कई समस्याओं से अवगत कराया। उन्होंने ने डीएपी उर्वरक किल्लत एवं दुर्गावती जलाशय परियोजना करमचट का पानी जगदंहवा बांध में गिराये जाने की मांग को रखा। पशुपति नाथ सिंह महासचिव किसान संघर्ष मोर्चा कैमूर एम सिंह अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन कैमूर ने किसानों की मुआवजा संबंधित एवं नकल मिलने में देरी होने की समस्याओं से जिलाधिकारी को अवगत कराया। किसान नेताओं ने कहा भूमि अधिग्रहण में किसानों का मुआवजा बढाए जाने पर किसान जिलाधिकारी पर ख़ुश हैं। धरना स्थल मसोई पर बैठे किसानों ने मुआवजा बाजार मूल्य से चार गुना करने की मांग दोहराई। किसानों ने कहा दुगना मुआवजा करने के बाद किसानों को बाजार मूल्य के बराबर हुआ है। किसानों ने कहा भूमि अधिग्रहण कानून के तहत किसानों को बाजार मूल्य से चार गुना मुआवजा दिया जाना है। अनिश्चितकालीन धरना में चांद चैनपुर भगवानपुर भभुआ एवं रामपुर प्रखंड के सैकड़ों किसान उपस्थित थे। धरना में भुपेंद्र सिंह विकी सिंह संजय जायसवाल भानु प्रताप सिंह लाला सिंह गुदरी सिंह पिंटु श्रीवास्तव आदि किसान शामिल हुए। भारत माला परियोजना बनारस रांची टु कोलकाता एक्सप्रेस-वे निर्माण के लिए अधिग्रहित भूमि के उचित मुआवजा के लिए किसान संघर्ष मोर्चा कैमूर एवं भारतीय किसान यूनियन कैमूर के नेतृत्व में किसान पिछले 168 दिन से धरना पर बैठे हुए हैं।