पटना को आज विकास की कई सौगातें मिलने जा रही हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार को राजधानी में बिजली आधुनिकीकरण परियोजना और अन्य योजनाओं का शिलान्यास करेंगे। सबसे अहम बात यह है कि नई परियोजनाओं के पूरा होने के बाद बारिश, तूफान या प्राकृतिक आपदा के समय भी शहर की बिजली आपूर्ति बाधित नहीं होगी।
328 करोड़ की बिजली आधुनिकीकरण परियोजना
डाकबंगला चौराहा से ₹328.52 करोड़ की बिजली आधुनिकीकरण योजना की शुरुआत की जाएगी। ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। इस परियोजना के तहत करीब 600 किलोमीटर बिजली तारों को भूमिगत किया जाएगा।
पहले चरण में डाकबंगला, फ्रेजर रोड, पटना जंक्शन, गांधी मैदान, एसपी वर्मा रोड, जमाल रोड और एग्जीबिशन रोड जैसे अहम इलाकों की तारें ज़मीन के नीचे डाली जाएंगी। साथ ही चार नए पावर सब-स्टेशन भी बनाए जाएंगे। इससे न केवल बार-बार ट्रिपिंग और वोल्टेज की समस्या खत्म होगी बल्कि सड़कों पर फैले तारों का जाल हटने से शहर का सौंदर्य भी निखरेगा।
पावर स्टेशनों की क्षमता बढ़ी
पेसू ने सर्वे शुरू कर दिया है और कई जगह नए ट्रांसफॉर्मर लगाए जा चुके हैं। न्यू बोर्ड कॉलोनी पावर स्टेशन में 10 एमवीए का नया ट्रांसफॉर्मर लगाया गया है। वहीं ट्रांसपोर्ट नगर में 5 एमवीए क्षमता के दो ट्रांसफॉर्मर जोड़े गए हैं, जिससे मौर्य विहार, कुम्हरार और संगत इलाके के उपभोक्ताओं को बेहतर बिजली आपूर्ति होगी।
गंगा किनारे उद्यान और अन्य विकास योजनाएं
सीएम नीतीश कुमार आज ₹387.40 करोड़ की लागत से बनने वाले जेपी गंगा पथ समग्र उद्यान (फेज-1) का भी शिलान्यास करेंगे। यह उद्यान दीघा से गांधी मैदान तक लगभग 7 किलोमीटर में फैला होगा।
इसके अलावा कई और परियोजनाओं का शिलान्यास होगा—
- ₹196.80 करोड़ से पटेल गोलंबर से अटल पथ तक सरपेंटाइन नाले पर भूमिगत नाला और फोरलेन सड़क।
- ₹52.28 करोड़ से मंदिरी नाले पर 4 लेन सड़क और जेपी गंगा पथ से जुड़ने वाला लिंक रोड।
- ₹59.68 करोड़ से सभ्यता द्वार की कनेक्टिविटी, पटना हाट और पार्किंग की सुविधा।
- ₹30.02 करोड़ से विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों के छात्रावासों का जीर्णोद्धार।
इन योजनाओं से न सिर्फ शहर की आधारभूत संरचना मजबूत होगी बल्कि पटना की सूरत भी बदल जाएगी।