पटनाः सूबे के मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक सात निश्चय योजना पटना के नौबतपुर में लूट खसोट योजना बनकर रह गई है। अभी नौबतपुर प्रखंड के अजवां पंचायत का मामला ठंडा भी नही पड़ा था कि तब तक नौबतपुर प्रखंड के चक चेचौल पंचायत में भी सात निश्चय योजना में सरकार द्वारा तय किये गये मानक के विपरीत खर्च करने की बात सामने आई है।
पंचायत की उपमुखिया अंजू देवी ने मुखिया राज कुमार यादव पर योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु राशि निर्गत करने को लेकर पक्षपात करने का आरोप लगाया है। उपमुखिया द्वारा इस संबंध में बीडीओ को पत्र भी दिया गया है।
जिसमें इस बात का उल्लेख किया गया है कि चक चेचौल में कुल 13 वार्ड है। जिसमें कई वार्डों में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना अंतर्गत नली गली पक्कीकरण योजना में वार्ड क्रियान्वयन सह प्रबंधन समिति के खाता में 20 लाख से ज्यादा की राशि हस्तांतरित की गई है। जबकि वार्ड संख्या 2 में कोई भी राशि नली गली योजना में नही दी गई है। आखिर क्यों।
विदित हो कि मुख्यमंत्री सात निश्चय के नली गली योजना में एक वार्ड में 13 लाख से ज्यादा खर्च करने का प्रावधान नहीं है। अगर किसी के द्वारा ऐसा किया जाता है तो वह पंचायती राज विभाग के वितीय नियमावली के खिलाफ है। इस मामले में जब नौबतपुर बीडीओ नीरज आनंद से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि शिकायत की जांच की जाएगी। वहीं उन्होंने कहा कि अगर वार्ड का चयन नहीं हुआ होगा तो राशि नहीं गई होगी। फिलहाल नली गली योजना के क्रियान्वयन पर रोक है। जबकि हर घर नल जल योजना चल रही है।