NEWSPR डेस्क। पटना नगर निगम चुनाव परिणाम धीरे-धीरे सामने आने लगा है. पटना के एएन कॉलेज में वोटों की गिनती जारी है. अलग-अलग वार्डों के रिजल्ट धीरे-धीरे जारी किए जा रहे हैं. वहीं पटना मेयर पद के लिए निवर्तमान मेयर सीता साहू और महजबी के बीच कांटे की टक्कर चल रही है. पटना मेयर पद के लिए अब तक सीता साहू को 16961 वोट मिले हैं, वहीं महजबी को 14736 वोट प्राप्त हुये हैं. दोनों के बीच अहम मुकाबला जारी है. वहीं विनीता बिट्टू तीसरे स्थान पर चल रही हैं.
वहीं पटना के डिप्टी मेयर पद पर पर दो उम्मीदवारों के बीच अहम मुक़ाबला देखने को मिल रहा है. पटना डिप्टी मेयर पद के लिए मतगणना जारी है. डिप्टी मेयर पर पर फिलहाल रेशमी चंद्रवंशी आगे चल रही हैं. रेशमी चंद्रवंशी को अबतक 37444 वोट मिले हैं. वहीं अंजना गांधी को अबतक 34021 वोट मिले हैं. बता दें, पटना मेयर को लेकर बीजेपी और महा गठबंधन की प्रतिष्ठा भी जुड़ी हुई हैं. भले ही नगर निगम का चुनाव दलीय आधार पर नहीं हुआ है. लेकिन पर्दे के पीछे बीजेपी और महा गठबंधन के नेताओं ने अपने समर्थित उम्मीदवारों की जीत के लिए ताक़त लगा रखी थी.
अब ये जानना भी बेहद दिलचस्प है कि आख़िर कौन हो सकता है पटना का मेयर और क्यों उसका पलड़ा भारी हो सकता है. भले ही इस बार माना जा रहा है कि ऐसे तो कई उम्मीदवार मेयर पद के लिए चुनाव मैदान में थे लेकिन मुक़ाबला कुछ ही उम्मीदवार के बीच माना जा रहा है. लेकिन इस बार निवर्तमान मेयर सीता साहू से तमाम उम्मीदवार की सीधी लड़ाई है.
पटना की निवर्तमान मेयर है सीता साहू जो बीजेपी समर्थक मानी जाती है. इनका पलड़ा इस वजह से भारी माना जा रहा है क्योंकि इन्हें बीजेपी के नेताओ और कार्यकर्ताओं का बड़ा समर्थन मिला है. साथ ही कोई और ऐसा उम्मीदवार नहीं उतरा जिसको बीजेपी का समर्थन मिलता. इस वजह से भी इनकी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है.
पटना के पूर्व मेयर अफ़ज़ल इमाम की पत्नी है मज़हबी जो बेहद मज़बूती से जीत का दावा कर रही हैं. इसके पीछे उनके पति की मेहनत और पुरानी पकड़ को माना जा रहा है. साथ ही इन्हें राजद का नज़दीकी भी माना जाता है और खबर है कि राजद के कई नेताओ ने भी इन्हें काफ़ी मदद की है जिसका फ़ायदा इन्हें मिल सकता है. साथ ही अल्पसंख्यक उम्मीदवार होने से इसका एकमुश्त वोट मिल सकता है. लेकिन इन्हें नुक़सान हो सकता है कुछ ऐसे उम्मीदवार से जो महा गठबंधन के नज़दीकी मानी जाती है.
विनीता बिट्टू सिंह: पहली बार चुनावी मैदान में पूरी ताक़त से उतरी हैं और इनके पीछे इनके पति बिट्टू सिंह की ताक़त लगी हुई है जो जदयू के बेहद करीबी माने जाते हैं. माना जा रहा है कि महागठबंधन ख़ासकर जदयू के कई नेताओ का समर्थन मिला हुआ है. साथ ही यह भी खबर है कि विनीता बिट्टू सिंह ने बूथ मैनेजमेंट पर काफ़ी मेहनत किया हैं जिसका फ़ायदा मिल सकता है. लेकिन, ताजा चुनाव परिणाम के अनुसार फिलहाल वो तीसरे स्थान पर हैं.
सरिता नोपानी: पटना के मेयर पद के लिए सरिता नोपानी ने भी खूब ताक़त लगाई है और इन्हें जदयू समर्थक भी माना जा रहा है क्योंकि इनके पति कमल नोपानी जदयू में शामिल है. इनका दावा है कि जदयू के कई नेताओं और कार्यकर्ताओ का समर्थन हासिल है साथ ही व्यावसायिक वर्ग से आने के वजह से इस वोट बैंक का समर्थन भी मिलता दिखा है. लेकिन चुनाव परिणाम में तो कोई अधिक फायदा मिलता नहीं दिख रहा है.
रजनी देवी: रजनी देवी भी पूरी ताक़त से चुनावी मैदान में है और इनके पति पप्पू राय भी अपनी पूरी ताक़त लगाई जो राजद समर्थक माने जाते हैं. माना जा रहा था कि जिस जाति से आते हैं उस जाति का अच्छा ख़ासा वोट भी काट रजनी देवी काट सकती हैं.
माला सिन्हा: माला सिन्हा भी पूरी ताक़त से चुनावी मैदान में है और इनके पति सितेश रमन ने भी अपने पकड़ और बीजेपी से नज़दीकी का फ़ायदा चुनाव में उठाया है जिसका फ़ायदा मिलने की बात कही जा रही थी. लेकिन, चुनाव परिणाम में तो उन्हें कोई खास फायदा मिलता नहीं दिख रहा है.