केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कश्मीर में हुए आतंकी हमले पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह के हमले गंभीर सवाल खड़े करते हैं, खासकर नई सरकार के गठन के बाद से इस प्रकार की घटनाएं फिर से बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस पर नजर बनाए हुए है, लेकिन जम्मू कश्मीर सरकार की भी जिम्मेदारी है कि इस मामले को गंभीरता से लिया जाए। पासवान ने यह भी कहा कि जब केंद्र के शासन के दौरान वहां काम देखा जा रहा था, तो इस तरह की घटनाओं में कमी आई थी।
वही आरक्षण पर हरियाणा सरकार के फैसले पर बोलते हुए चिराग पासवान ने कहा कि भारत का संघीय ढांचा राज्य सरकारों को अपने अधिकार देता है, लेकिन उनकी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) आरक्षण के कुछ पहलुओं का समर्थन नहीं करती है। उन्होंने कहा कि जाति की बजाय समुदाय की बात होनी चाहिए। पासवान ने अनुसूचित जाति के संदर्भ में कहा कि जब तक भेदभाव की मानसिकता बनी रहेगी, तब तक अनुसूचित जाति के हक और अधिकारों में बाधाएं और बढ़ेंगी।