केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने गया में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में सीपीआई और माले पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि आईपीएफ और सीपीआई माले के लोग शेड्यूल कास्ट समुदाय को झंडा थमा कर उनका इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन इनका कोई काम नहीं हो रहा है। मंत्री ने यह भी बताया कि गरीबों को तीन डिसमिल जमीन, सीलिंग पैमाना और भूदान के माध्यम से दी गई है, जिसमें लगभग चार से पांच लाख एकड़ जमीन का वितरण हुआ।
उन्होंने सवाल उठाया कि क्या शेड्यूल कास्ट के लोग इस जमीन पर कब्जा कर पाए हैं? इस मुद्दे पर उन्होंने विधानसभा में भी प्रश्न उठाया था। मंत्री ने यह भी कहा कि शेड्यूल कास्ट के लोग अब समझ गए हैं और उन्होंने इन दलों का साथ छोड़ दिया है। अब वही लोग जिनसे शेड्यूल कास्ट समुदाय के अधिकार छीन लिए गए थे, उनके साथ हो गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि वे गांधी मैदान, पटना में जल्दी अपने समाज के लोगों को बुलाकर एक बैठक करेंगे और उन्हें जागरूक करेंगे। एक सवाल का जवाब देते हुए, उन्होंने कहा कि दिल्ली में मुसलमानों ने अच्छे वोट दिए, जिसके कारण उनकी जीत हुई।