मधुबनी जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने सभी को चौंका दिया। अब तक थानों में प्रेमी जोड़ियों की शादियां होते देखी गई थीं, लेकिन इस बार जेल परिसर के भीतर दुष्कर्म के आरोपी और पीड़िता का विवाह संपन्न हुआ। अदालत के आदेश पर दोनों ने मंडल कारा में सात फेरे लिए और पति-पत्नी बन गए। यह पहली बार है जब जिले में किसी दुष्कर्म आरोपी और पीड़िता की शादी जेल के अंदर कराई गई।
कैसे शुरू हुआ मामला?
पिछले साल पीड़िता ने महिला थाने में आरोपी युवक पर दुष्कर्म का केस दर्ज कराया था। यह मामला एडीजे प्रथम के न्यायालय में लंबित था। आरोपी जेल में बंद था और उसकी जमानत याचिका निचली अदालत से खारिज हो चुकी थी। बाद में उसने पटना हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
हाईकोर्ट में हुआ समझौता
हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान यह तथ्य सामने आया कि आरोपी और पीड़िता आपसी सहमति से शादी करना चाहते हैं। इसके बाद अदालत ने एडीजे कोर्ट को मामले की पुष्टि करने का निर्देश दिया और जेल परिसर में ही विवाह कराने की अनुमति दे दी।
जेल में संपन्न हुई शादी
जेल अधीक्षक ओम प्रकाश शांति भूषण ने बताया कि कोर्ट के आदेश के तहत जेल के अंदर ही विधिवत रीति-रिवाजों से शादी कराई गई। इस दौरान अधिवक्ता, दोनों पक्षों के परिजन और जेल प्रशासन मौजूद रहा। विवाह की पूरी प्रक्रिया की जानकारी और साक्ष्य न्यायालय को सौंपे जाएंगे।
पहले से परिचित थे दोनों
जानकारी के मुताबिक, आरोपी और पीड़िता पहले से एक-दूसरे को जानते थे। अब विवाह के बाद दोनों साथ रहना चाहते हैं। यह घटना न केवल पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गई है बल्कि इसे लेकर समाज में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
जिले में पहली बार हुआ ऐसा विवाह
मधुबनी में पहली बार जेल परिसर में दुष्कर्म के आरोपी और पीड़िता की शादी संपन्न हुई है। इसे कुछ लोग रिश्ते को वैधानिक मान्यता देने की पहल मान रहे हैं, वहीं दूसरी ओर इसे लेकर सामाजिक बहस भी तेज हो गई है।