वैशाख नंदन को नहीं दिख सकते राज्य में हुए सकारात्मक परिवर्तन: अरविंद सिंह

Sanjeev Shrivastava

पटना: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने कहा है कि वैशाखनंदन को सावन की हरियाली के बीच भी हर तरह सूखा-सूखा ही दिखता है। उसे वैशाख के सूखे में ही मानसिक तृप्ति मिलती है।

सिंह ने विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के बयान पर पलटवार करते हुए शनिवार को कहा कि बिहार में पिछले 15 वर्षों के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं में जो सुधार हुआ है, उसे हर कोई देख रहा है और महसूस भी कर है। हां वैशाखनंदन की बात और है। 15 साल पहले प्राथमिक केंद्रों की हालत ऐसी थी, वहां आवारा पशुओं का बसेरा होता था। जिला अस्पतालों में बेडों पर मरीज नहीं, कुत्ते सोते थे। पीएमसीएच में भर्ती होने के बाद सीधे श्मशान की ओर रास्ता निकलता था, क्योंकि वहां न चिकित्सक होते थे, न चिकित्सकीय उपकरण।

सिंह ने कहा कि अब स्थिति कितनी बदल गई। पीएचसी में बड़ी संख्या में लोग इलाज करवाने के लिए आ रहे हैं। इसका मतलब यह नहीं कि मरीज बढ़े, बल्कि सरकारी अस्पतालों के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ा है। जिला अस्पतालों में इलाज के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध की गयीं। पीएमसीएच में आज इलाज की अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। इलाज के बाद मरीज स्वस्थ्य होकर घर लौट रहा है। राज्य में मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़ी है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में राज्य में हुए सकारात्मक परिवर्तन किसी वैशाख नंदन को ही नहीं दिख सकते।

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