ये कैसी लापरवाही, बिना चेक और मेल के कोटक महिंद्रा बैंक से कर दिया 31.70 करोड़ का फर्जी ट्रांजेक्शन, अभी तक एक के सिवा किसी की नहीं हुई गिरफ़्तारी

Sanjeev Shrivastava

NEWSPR डेस्क। जिला भू-अर्जन पदाधिकारी के कोटक महिंद्रा बैंक के खाते से लगभग 31.70 करोड़ का फर्जी आरटीजीएस हुआ है। दो जनवरी को इस संबंध में गांधी मैदान थाने में मामला दर्ज हुआ। मामला दर्ज हुए लगभग महीना होने को है लेकिन अब तक पुलिस न तो जालसाजों को गिरफ्तार कर पाई और न ही दोषी बैंककर्मियों पर शिकंजा कस पा रही है। मामले में एक दर्जन से अधिक लोगों की मिलीभगत है।

बैंककर्मियों और पदाधिकारियों की मिलीभगत और लापरवाही सामने आ रही है। सूत्रों की माने तो कोटक महिंद्रा बैंक से लगभग 13 फर्जी ट्रांजक्शन हुए। ये ट्रांजक्शन बैंककर्मियों ने बिना पर्याप्त कागजात के ही कर दिया। शातिरों ने बैंक में न तो चेक जमा किया और नहीं भू-अर्जन पदाधिकारी के दफ्तर से मेल आया। इसके बाद भी बैंककर्मियों ने 31.70 करोड़ का आरटीजीएस कर दिया। डीएसपी टाउन सुरेश कुमार ने कहा कि मामले की जांच चल रही है। सोमवार को बैंक खुलने के बाद रिपोर्ट मिलेगी उसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।

फर्जीवाड़े के इस 13 ट्रांजक्शन में बैंककर्मी और पदाधिकारियों ने नियमों को ताख पर रखकर ही ट्रांजक्शन कर दिया। सूत्रों ने बताया कि शातिर एनएचएआई का एक कवरिंग लेटर लेकर आता था जिस पर भू-अर्जन पदाधिकारी का फर्जी हस्ताक्षर होता था और बैंककर्मी आरटीजीएस कर देते थे।

दो जनवरी को ही जालसाज शुभम गुप्ता गिरफ्तार हुआ था। वह एग्जिबीशन रोड स्थित कोटक महिंद्रा बैंक 11.73 करोड़ का आरटीजीएस कराने आया था। इसके बाद मामला दर्ज हुआ। जांच आगे बढ़ी और बैंक के बोरिंग रोड शाखा के मैनेजर सुमित सिंह को गिरफ्तार किया गया।

पुलिस अब तक इन शातिरों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। वहीं बैंक के वैसे कर्मी जो इस जालसाजी में लिप्त हैं उन्हें भी गिरफ्तार नहीं कर रही है।

पटना से विक्रांत की रिपोर्ट…

Share This Article