देश और दुनिया में कोरोना का कहर जारी है। वहीं बिहार में कोरोना के तेजी से नए नए मरीज मिल रहे हैं। ऐसे में एक प्रोटोकॉल के तहत कुछ भी करने की बातें सामने आती रही है। लेकिन शायद वो प्रोटोकॉल कोई भी पालन नहीं कर रहा है जिसके कारण बिहार की स्थिति खराब होती जा रही है।
प्रोटोकॉल नहीं मानने का एक मामला बिहार के बेगूसराय से सामने आया है। जहां सत्तारूढ़ दल के एक नेता ने ही नियम कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं। बताया जा रहा है कि पिछले दिनों ये नेता करोना संक्रमित हो गए थे और उन्हें इलाज के लिए पटना में ही भर्ती कराया गया था। वहीं इलाज के बाद जब उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई तो उन्हें चिकित्सकीय सलाह के बाद होम क्वारंटाइन में रहने का निर्देश दिया गया था। लेकिन नेताजी के घर पहुंचते ही नियम कानून की धज्जियां उठ गईं।
बताया जा रहा है कि जैसे ही नेता जी अपने गांव तेघड़ा पहुंचे। सैकड़ों लोग ढोल नगाड़े के साथ पहुंच गए और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा दी। बताया जा रहा है कि नेताजी ने भी हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन किया। गौरतलब है कि महादलित प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सुनील राम की रिपोर्ट पिछले 9 जुलाई को पॉजिटिव आई थी और उन्हें इलाज के लिए पटना में ही भर्ती कराया गया था।
बताते चलें कि 8 जुलाई से पूर्व ही सुनील राम की तबीयत खराब थी और वह 8 जुलाई को पटना में पार्टी के एक कार्यक्रम में शरीक होने पहुंचे थे। लेकिन रविवार की शाम जब वह स्वस्थ होकर वापस लौटे तो उनके समर्थकों ने सारे कानून को तोड़ते हुए उनका स्वागत किया। उनके समर्थकों में से ही किसी ने नेताजी के अभिनंदन का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। हालांकि वीडियो संज्ञान में आने के बाद जिला प्रशासन ने जांच के बाद कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है।