NEWSPR डेस्क। प्यार, मोहब्बत और इश्क ये तीनों शब्द सुनने में तो बहुत अच्छे लगते हैं, कहते हैं कि हर इंसान को दूसरों के लिए दिल में स्नेह और प्रेम रखना चाहिए. लेकिन आज प्रेम का अर्थ धोखा, दिल लगी और शोषण में बदल गया है. ऐसा ही प्रेम की शिकार हुई नालंदा में एक महिला दर-दर की ठोकर खा रही है.बिहार थाना क्षेत्र के डॉक्टर कॉलोनी के पास अपने दो बच्चों के साथ महिला लोगों से अपने प्रेमी को वापस बुलाने की गुहार लगा रही है.
दरअसल मामला बिहार थाना क्षेत्र के डॉक्टर कॉलोनी के समीप अपने दो बच्चों के संग महिला लोगों से अपने प्रेमी को बुलाने का गुहार लगा रहा है। अस्थावां थाना निवासी गुड़िया देवी की माने तो एक साल पूर्व मालती गांव निवासी सुनील यादव उसके मांग में सिंदूर भरकर पानीपत लेकर चला गया। वहां साल भर रखने के बाद एक सप्ताह पूर्व यह कहक़र पटना लेकर चला गया कि वहीं पर रहकर कमाई करूंगा। पटना आने के बाद उसे घर से ड्राइविंग लाइसेंस लाने की बात कह फरार हो गया। एक सप्ताह तक वह अपने दो बच्चों के साथ पटना स्टेशन इंतजार करने के बाद आज बिहारशरीफ आयी। नगर थाना पहुंच आप बीती बतायी । थानाध्यक्ष ने अस्थावां थाना इलाके के मामला होने के कारण उसे वहां जाने का सलाह दिया ।
महिला ने बताया कि 2 साल पूर्व कैंसर से उसके पति की मौत हो गयी थी। पति की मौत के बाद ससुराल वालों ने उसे घर से निकाल दिया जिसके बाद वह अपने तीनों बच्चों के संग अस्थावां में किराया लेकर मां के साथ रह रही थी । इसी बीच साल भर पूर्व रॉग नंबर से सुनील से बातचीत होने लगा । बातचीत के दौरान दोनों ने एक दूसरे को दिल दे दिया । जिसके बाद एक दिन उसके मांग में सिंदूर देकर दो बच्चों को लेकर पानीपत लेकर चला गया। जबकि अपने बच्ची को मां के छोड़ दी थी । महिला की तीन बच्चे है बड़ी बेटी 12 साल की प्रतीक्षा तो 8 साल का बेटा ऋषभ और 5 साल का सूर्यांश है । महिला न्याय की आस लगा दर दर की ठोकरें खा रही है। अब न वह मायके जा सकती है न ही ससुराल अब उसे अपने किए पर पछतावा भी हो रहा है।
नालंदा से ऋषिकेश की रिपोर्ट।