आज, 24 नवंबर को गुरु तेग बहादुर का शहादत दिवस है. गुरु तेग बहादुर ने धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया था इसीलिए उनके बारे में कहा जाता है कि सिर दिया पर सार न दिया. गुरु तेग बहादुर की पुण्यतिथि पर पढ़ते हैं उनके अनमोल विचार.
साल 24 नवंबर को गुरु तेग बहादुर का शहादत दिवस मनाया जाता है. आज गुरु तेग बहादुर जी की पुण्यतिथि है. गुरु तेग बहादुर शहादत दिवस को शहीदी दिवस के रूप में भी जाना जाता है. गुरु तेग बहादुर जी उस समय धार्मिक स्वतंत्रता के समर्थक थे, जब लोगों का जबरन धर्म परिवर्तन किया जा रहा था.
दिल्ली का मशहूर गुरुद्वारा शीश गंज साहिब पर उनकी हत्या की गई थी और उनकी अंतिम विदाई भी यहीं से हुई थी. उनके पिता गुरु तेग बहादुर जी को त्याग मल नाम से बुलाते थे. लेकिन मुगलों के खिलाफ युद्ध में बहादुरी की वजह से वे तेग बहादुर के नाम से मशहूर हुए. गुरु तेग बहादुर की पुण्यतिथि पर पढ़ते हैं उनके अनमोल विचार.
– आध्यात्मिक मार्ग पर दो सबसे कठिन परिक्षण हैं. सही समय का इंतजार करने का धैर्य और जो सामने आए उससे निराश न होने का साहस.