आलोक कुमार
साहिबगंज : एक माह पहले जिला मुख्यालय के बोरियो थाना क्षेत्र में हुुए अनाज व्यापारी अरुण साह की हत्या मामले में पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार इस हत्या में असम के नेशनल संथाल लिबरेशन आर्मी गिरोह की संलिप्तता है। पकड़ा गया आरोपी भी इसी गिरोह का सदस्य है।
बता दें जिला मुख्यालय के बोरियो थाना क्षेत्र से विगत माह पहले अनाज व्यवसायी अरुण कुमार साह का अपराधियों ने अपहरण कर लिया था। वहीं अपहरणकर्ताओं में फिरौती की रकम नही मिलने के कारण उसे मौत के घाट उतार दिया था। इस पूरे प्रकरण में अरुण साह की पत्नी पुतुल देवी साकिन मोती पहाड़ी के लिखित बयान के आधार पर बोरियो थाना में अज्ञात बदमाशों के खिलाफ 186/20 धारा 302/120बी/34 भादवि एवं 27 आर्म्स एक्ट दर्ज करते हुए अपराधियों को गिरफ्तार करने का अभियान चलाया गया था। वहीं इसी अनुसंधान में पुलिस को यह बात पता चला कि इस घटना को अंजाम देने के पीछे असम के नेशनल संथाल लिबरेशन आर्मी गिरोह के सदस्यों का हाथ है।
इसी क्रम में साहिबगंज एसपी को गुप्त सूचना मिली कि बरहेट थाना क्षेत्र के सिमरा गांव निवासी लखीराम सोरेन उम्र 24 वर्ष पिता चेतन सोरेन बोरियो थाना क्षेत्र के तेलों गांव में घूम रहा है। इस बात की जानकारी प्राप्त होते ही बोरियो थाना पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। वही पुलिस ने उसके पास से रेडमी वाई3 का मोबाइल फोन भी बरामद किया है।
क्षेत्र में जड़ें जमाने की कोशिश
वही इस बात की जानकारी सदर एसडीपीओ विजय आशीष कुजूर ने प्रेसवार्ता कर मीडिया को दी। इस प्रेसवार्ता के दौरान एसडीपीओ श्री कुजूर ने बताया कि इस घटना के बहुत समय पहले से ही असम के नेशनल संथाल लिबरेशन आर्मी गैंग के सदस्य इस क्षेत्र में सक्रिय हो गए थे। धीरे धीरे ये लोग इस क्षेत्र में अपना वर्चस्व कायम करते जा रहे थे। इसी कड़ी में लखीराम सोरेन ने ही अपने संरक्षण में अरुण साह का अपहरण व हत्याकांड में शामिल लोगों को भरपूर मदद किया था और उसे शरण भी दी थी।