NEWSPR DESK- दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रीजनल रेपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम (RRTS) कॉरिडोर का निर्माण तेजी से चल रहा है. आरआरटीएस का 50 फीसदी हिस्सा बनकर तैयार भी हो चुका है. कॉरिडोर के पहले दो सेक्शन, साहिबाबाद से दुहाई और दुहाई से मोदी नगर के बीच तो रैपिड रेल (नमो भारत ट्रेन) चल भी रही है. जल्द ही मोदीनगर से मेरठ साउथ तक भी नमो भारत ट्रेन दौड़ने लगेगी. इन दोनों स्टेशनों के बीच की दूरी 8 किलोमीटर है. इस हिस्से पर काम पूरा हो चुका है. साथ ही मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त से भी रैपिड रेल के इस तीसरे सेक्शन को जरूरी क्लियरेंस मिल चुकी है. मतलब अब मेरठ तक नमो भारत ट्रेन आने का रास्ता साफ हो चुका है. साहिबाबाद से मेरठ साउथ का 42 किलोमीटर का सफर यह हाई स्पीड ट्रेन 30 मिनट में तय करेगी.
साहिबाबाद से मेरठ साउथ तक नमो भारत ट्रेन चलने से 82 किलोमीटर लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर का आधा हिस्सा (42 किलोमीटर) ऑपरेशनल हो जाएगा. बाकि बचे आधे हिस्से का निर्माण कार्य अगले साल पूरा होने की उम्मीद है. कुल 82 किलोमीटर में से 70 किलोमीटर हिस्सा एलिवेटिड है. वहीं, 12 किलोमीटर हिस्से में नमो ट्रेन अंडरग्राउंड दौड़ेगी. दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ RRTS कॉरिडोर का 68 किलोमीटर हिस्सा यूपी में पड़ता है, जबकि 10 किलोमीटर दिल्ली में है.