मुकेश कुमार
पटना सिटी। कोरोना संक्रमण को लेकर पटनासिटी क्षेत्र में पहली बार मुहर्रम का पर्व बदला-बदला नज़र आ रहा है। जहां मुहर्रम माह की 8 वी तारीख़ यानी शुक्रवार को शिया समुदाय द्वारा अलम के साथ कोई भी जुलूस नही निकाला गया जिसके कारण सार्वजनिक रूप से कही मातम नहीं हुआ। बता दें कि राज्य में पटना सिटी मोहर्रम पर निकलनेवाले ताजिया जुलूस बहुत ही प्रसिद्ध है, जिसे देखने के लिए हजारों लोग जुटते हैं, इस साल उसकी कमी महसूस की गई।
वहीं आज 9वीं तारीख को लाल इमली इलाके में हुसैनिया फिरदौस मंजिल में मजलिस का आयोजन किया गया। जिसमें मौलाना सैयद समर अब्बास साहब गोपालपुरी ने मजलिस में मर्सिया पढ़ा गया। जहां कोरोना काल को देखते हुए सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वहीं सुन्नी समाज द्वारा पटनासिटी के इमामबाड़ों में तजिया व सिपहर स्थापित नहीं किया गया है। प्रतीकात्मक रूप से इमामबाड़ों पर कागज का छोटा तजिया रख कर लोगो ने फातिहा पढ़ा।
गौरतलब है कि कोरोना महामारी को लेकर शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष इरशाद अली आज़ाद ने गाइडलाइंस जारी करते हुए हुए नियमो को सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया था।