पेड़ के नीचे बैठे तीन साथियों में से आकाशीय बिजली ने ली दो की जान एक झुलसा

Patna Desk

 

NEWSPR DESK- कैमूर जिले के भगवानपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बसंतपुर नहर फाटक के निकट एक पुरानेक ईमली के पेड़ के नीचे बेठे तीन साथियों के उपर आकाशीय बिजली गिर गई। इनमें से जहां दो कि घटना स्थल पर हीं मौत हो गई, वहीं एक साथी बज्रपात के चपेट में आकर बूरी तरह झूलस गया।

 

 

जिसका सदय अस्पताल भभुआ में इलाज के लिए परिजन ले गए। मृतक भगवानपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत सुगिया पोखर गांव निवासी निरंजन कुमार पिता मुंशी राम उम्र लगभग 19 वर्ष तथा भगवानपुर थाना क्षेत्र के ही टोड़ी पंचायत अंतर्गत नदुला गांव निवासी दिनानाथ राम (वार्ड सदस्य के पुत्र उम्र लगभग 16 वर्षीय प्रिंस कुमार बताया गया हैं।

 

 

वहीं इस प्राकृतिक आपदा के चपेट में आकर झुलसा हुआ युवक सुगिया पोखर गांव निवासी हरीचरण राम का पुत्र अंशू कुमार उम्र लगभग 16 वर्ष बताया गया है। बता दे की आकाशीय बिजली से घायल युवा का भभुआ सदर अस्पताल में इलाज जारी है वही डॉक्टरों की माने तो आकाशीय बिजली से घायल युवक खतरे से बाहर है।

 

 

इस घटना की सूचना के बाद प्रशिक्षु डीएसपी सह थानाध्यक्ष अनुशील कुमार के आदेश पर घटनास्थल पर सब इंस्पेक्टर आनंद कुमार तथा अपर थानाध्यक्ष रंजय कुमार पुलिस दलबल के साथ घटनास्थल पर तत्काल बिना देरी किए हुए पहुंची मौके वारदात पर पहुंची पुलिस टीम के द्वारा दोनो डेड बॉडी का शिनाख्त करते हुए डेड बॉडी को अंत्य परिक्षण हेतु भभुआ स्थित सदर अस्पताल भेज दिया।

 

 

घटना के संबध में सूत्रों द्वारा बताया गया कि बीते गुरुवार की शाम उपरोक्त तीनों युवक बारिश से बचने के लिए इमली के पेड़ के नीचे बैठकर होरहे बारिश बंद का इंतजार कर रहे थे, तभी हो रही मूसलधार बारिश के बीच आकाशीय बिजली के तड़तड़ाहट के क्रम में इमली के पेड़ के नीचे बैठे उपरोक्त तीनों युवक आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए।

 

 

जिसमें से दो की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, तो वही एक युवक बुरी तरह घायल हो गया। नदुला गांव निवासी मृतक के दादा अर्जुन राम ने बताया कि जब बारिश हो रही थी, तब मैं अपने बेटे वार्ड सदस्य दिनेश राम को बिजली की तेज तड़तड़ाहट की आवाज सुनकर घबरा गया था, मैं तत्काल अपने बेटे वार्ड सदस्य दीनानाथ राम को अपने पोते प्रिंस कुमार के खोज-बीन के लिए घर से भेजा। इस दौरान मेरे बेटे दीनानाथ राम ने मेरे पोते प्रिंस कुमार की खूब खोजबीन की, मगर उसका पता नहीं चला।

 

 

आखिरकार संध्या लगभग 7 बजे के आसपास मेरे बेटे दीनानाथ ने ईमली पेड़ के नीचे मेरे पोते प्रिंस कुमार तथा सुगिया पोखर गांव निवासी निरंजन कुमार को वहां मौत की स्थिति में पाया। तब जाकर मेरे बेटे दीनानाथ को समझ में आ गया कि उसका बेटा यानी कि मेरा पोता को आकाशीय बिजली ने अपनी मौत के आगोश में गले लगा चुका हैं। प्रिंस कुमार के दादा अर्जुन राम ने बताया कि मैं अपने बेटे दीनानाथ को प्रिंस के खोज बिन के लिए भेजा था, जिनके द्वारा मेरे पोते को मृत अवस्था में पाया। दादा ने दभडभाती आंखों से कहा काश! मेरा पोता और उसके साथी बगल के हीं मस्जिद में शरण ले लिए होते, तो शायद इस तरह की घटना नहीं घटती।

 

 

प्रिंस कुमार के दादा अर्जुन राम ने बताया कि मेरी बेटे दीनानाथ राम का प्रिंस इकलौता चिराग था, जो कि आपदा का भेंट चढ़ गया। जिस इमली के पेड़ पर बज्रपात हुई है, उसके टहनियों के कुछ हिस्से गिरकर जमीन पर पड़े हुए हैं, वहीं इमली के पेड़ के नीचे बैठे उपरोक्त तीनों युवकों के चप्पल भी लावारिस हालत में पड़ेहुए हैं। नादुला गांव निवासी वार्ड मेंबर के पिता अर्जुन राम ने बताया कि मेरा पोता भगवानपुर प्लस टू हाई स्कूल में दसवीं कक्षा का छात्र है, जो कि अगले साल मैट्रिक की परीक्षा देता।

 

 

वह मेरे बड़े पुत्र का इकलौता चिराग था, जोकि प्राकृतिक आपदा का भेंट चढ़ गया। यही नहीं दादा ने यह भी बताया कि कल तीनों बच्चे इमली के पेड़ के नीचे बैठे थे, इनमें से आकाशीय बिजली का झटके में जहां मेरे पोते प्रिंस कुमार तथा सुगीया पोखर गांव निवासी निरंजन कुमार की मौत हो गई, वहीं अंशु कुमार आकाशीय बिजली के चपेट के आंच में झुलस गया और भागे-भागे नहर पुल पर आ गया। जहां से कुछ युवकों ने उसे सवारी वाहनों के माध्यम से भभुआ के सदर अस्पताल पहुंचाकर उसके इलाज करवाने की प्रक्रिया शुरू करवाई। वहीं दोनों मृतकों के डेड बॉडी को पोस्टमार्टम हेतु पुलिस भभुआ स्थित सदर अस्पताल ले गई।

 

 

इस घटना के बाद जहां सदर अस्पताल में इलाजरत अंशु कुमार के परिजनों की सांसें उसके बेहतर रिकवरी को लेकर अटकी थीं, वहीं दोनों मृतकों के परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूटने की वजह से रो-रो कर बुरा हाल हो गया था। इस घटना की सूचना पर तोड़ी पंचायत के वर्तमान बीडीसी मोतीलाल राम, पैक्स अध्यक्ष प्रतिनिधि प्रेम प्रताप सिंह उर्फ अंशु , केसर गांव निवासी तथा आजाद समाज पार्टी के प्रदेश सचिव मुकेश कुमार उर्फ मुकेश के साथ-साथ भगवानपुर गांव निवासी व युवा नेता शशि भूषण समेत कई अन्य लोग उपरोक्त दोनों परिजनों को ढाढस बढ़ाने के लिए पहुंचे थें।

 

 

इस संबंध में भगवानपुर अंचलाधिकारी अपर्णा कुमारी ने बताया कि इस मामले की सूचना पर मैंने संबंधित कर्मचारियों को भेजा था, आवश्यक दस्तावेजों के साथ आवेदन मिलने पर आपदा विभाग से दिए जाने वाले प्रति मृतक 4 लाख रुपए देने की आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। वही अंचलाधिकारी अर्पणा कुमारी ने बताया कि आकाशीय बिजली से मृतक के परिजनों को आपदा राशि तत्काल देने की कार्यवाही की जा रही है।

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