भागलपुर के सबौर प्रखंड के मसाडू गांव का अस्तित्व अब खत्म होने के कगार पर है गांव के 30% घर गंगा में विलीन हो चुके हैं जबकि और 30% घर गंगा के मुहाने पर है अगले 24 घंटे के अंदर आशंका जताया जा रहा है कि 10 से अधिक घर गंगा में विलीन हो जाएंगे महज 10 मिनट में तीन पक्का मकान गंगा में विलीन हो गया
देखते-देखते पीड़ितों के जिंदगी भर के खून पसीने आंसू में तब्दील हो गया यह तीनों घर अलग-अलग परिवार के है जिसमें राजेंद्र मंडल, नागेश्वर मंडल और श्याम सुंदर मंडल शामिल है यह सभी कोई मजदूरी करता है तो कोई पशुपालन कर अपना घर का भरण पोषण करता है पेट काटकर आशियाना बनाया था लेकिन गंगा के घटते जलस्तर में कटाव भयावह और तेज हो गया और पीड़ितों के सपनों को बहा ले जा रहा है। अभी इलाके के लोगों में खौफ है लोगों ने भय ही की कभी भी उसका घर गंगा में समा सकते है अब तक की कटाव में 500 फीट जमीन गंगा में बह गया है 50 से अधिक घर गंगा में विलीन हो चुके है सरकारी भवन से लेकर आंगनबाड़ी केंद्र जल मीनार सब कुछ गंगा के आगोश में समा चुका है।