मिट्टी को आकार देकर बड़ी दुर्गा की प्रतिमा का एक बालक ने बनाया जीवंत स्वरुप

Patna Desk

मुंगेर जिला के हवेली खड़गपुर नगर के कन्या मध्य विद्यालय के समीप का अधिवक्ता जय प्रकाश साह का 14 वर्षीय बालक राजवीर ने मिट्टी को आकार देकर मुंगेर की शादीपुर स्थित बड़ी महारानी की प्रतिमा का बनाया जीवंत स्वरुप बनाया है। उसके बाद यह काफ़ी चर्चा का विषय बना हुआ है।बताते चले की मुंगेर की शादीपुर स्थित बड़ी महारानी की प्रतिमा की विशेष ख्याति है। शादीपुर बड़ी दुर्गा महारानी की प्रतिमा के हुबहू स्वरूप राजवीर कुमार ने मूर्त रूप दिया है। राजवीर ने प्रसिद्ध मुंगेर की बड़ी दुर्गा महारानी की प्रतिमा को आकर्षक स्वरूप देने में कड़ी मेहनत किया है। बड़ी दुर्गा की जैसी मूर्ति का निर्माण मुंगेर के मूर्तिकार करते है। ठीक उसी प्रकार की 12 दिन कड़ी मेहनत कर राजवीर ने पुआल, फेविकोल, मिट्टी और विविध रंगों का प्रयोग कर माता के स्वरूप की दिव्य झलक देने की कोशिश की है। राजवीर की मूर्ति निर्माण की इस प्रतिभा की जानकारी जब लोगों को हुई तो सभी राजवीर के हाथों बनाई गई बड़ी दुर्गा महारानी की मूर्ति की झलक देखने उसके घर पहुंचने लगे।

मूर्ति का स्वरूप छोटा जरूर है लेकिन मूर्ति के निर्माण में राजवीर की मेहनत काफी बड़ी रही है। मूर्ति निर्माण में माता की आंख, हाथ, मुकुट, उनके आभूषण के साथ रंगों का चयन काफी उत्कृष्ट तरीके से किया गया है। राजवीर बताते है कि वे पिछले 6 वर्ष की छोटी उम्र से ही प्रतिमा बनाता आ रहा है। इस प्रतिमा निर्माण में मूर्ति को आकर्षक बनाने और जीवंत रूप देने के लिए ऑनलाइन और कुछ सामान स्थानीय बाजार से खरीदे गए। 12 दिनों के भीतर प्रतिमा को तैयार किया गया और विधिवत स्थापित कर उसकी पूजा की जा रही है। माता पिता और बहन ने उसे हमेशा प्रोत्साहित किया। राजवीर ने अयोध्या में स्थापित भगवान राम की प्रतिमा को भी उसी रूप में बनाया है। राजवीर की इस कलाकारी पर घर परिवार और समाज के लोग काफी गौरवान्वित महसूस कर रहे है।

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