मुंगेर,कामकाजी महिलाओं के सामने हमेशा इस बात की चुनौती रहती है की जब वे ऑफिस जाए तो बच्चों की देखभाल कौन करेगा। वे अक्सर तनाव में रहती है, लेकिन काम और बच्चों की देखभाल दोनों को ही पूरी जिम्मेदारी के साथ निभाना चाहती है। खास कर महिला पुलिस जवान जो अपने ड्यूटी को लेकर हमेशा यहां से वहां आती जाती रहती है उनको अपने छोटे बच्चों को कहां छोड़े इस बात की चिंता रहती है। इसको ले मुंगेर पुलिस लाइन में जिले का पहला पालना घर खोला गया जो जिसका संचालन महिला एवं बाल विकास निगम के द्वारा किया जा रहा है । नाम के अनुरूप अब बच्चे यहां घर जैसा माहौल और ममता पाकर बेहद खुश और आनंदित है। बच्चों की खुशी देखकर पालक भी खुश और संतुष्ट है।पालना घर की मार्गदर्शिका शर्मीला नेबताया कि बच्चे बहुत ही खुशी और आनंद के साथ रहते हैं।
पालना घर में बच्चों के खेलने के लिए आवश्यक खिलौना, झूला, शैक्षणिक सामग्री और अन्य सीखने योग्य सामग्री मौजूद है। हाल के चारों तरफ हिंदी और अंग्रेजी में सुंदर अक्षरों में वर्णमाला और गिनती लिखे हुए हैं। जिससे बच्चे सीख सकते हैं। वहीं माताओं के द्वारा दिए गए बच्चों के भोजन और दूध के लिए आवश्यकता के अनुरूप फ्रिज सहित सुविधायुक्त किचन बनाया गया है, वॉशरूम में भी सभी सुविधाएं मौजूद हैं। इसके अलावा बर्तन तथा अन्य जरूरी चीजें रखी गई है। यहां प्रति दिन 10 से 15 माताएं अपने बच्चों को छोड़ कर जाती है। यह संख्या कभी कभी 20 तक भी पहुंच जाती है । वहीं आईसीडीएस प्रभारी रेखा कुमारी ने बताया कि पालना घर आज के समय में कामकाजी महिलाओं के लिय काफी उपयोगी है । जहां मां अपने बच्चों को एक खुशनुमा माहौल में छोड़ के जाती है। वहीं परिजनों ने बताया कि यहां बच्चों को काफी अच्छे तरह से रखा जाता है ।