रविवार दोपहर को राजस्थान के बीकानेर में भूकंप के झटके दर्ज किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (एनएससी) के अनुसार, यह भूकंप दोपहर 12:58 बजे आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.6 मापी गई। भूकंप का केंद्र बीकानेर से लगभग 72 किलोमीटर दूर, जसरासर के महरामसर क्षेत्र में स्थित था और इसकी गहराई जमीन से 10 किलोमीटर नीचे थी। अधिकारियों ने बताया कि इस भूकंप से किसी प्रकार के जान-माल के नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली है।
पश्चिम बंगाल और उत्तराखंड में भी महसूस किए गए झटके
भूकंप का यह सिलसिला केवल राजस्थान तक सीमित नहीं रहा। इससे एक दिन पहले, यानी 1 फरवरी को पश्चिम बंगाल के कूच बिहार और आसपास के इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, इस भूकंप की तीव्रता 2.8 थी और इसका केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर नीचे स्थित था। गंगटोक से 154 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में यह झटके दर्ज किए गए, जो शाम 4:40 बजे महसूस किए गए थे।
इसके अलावा, 31 जनवरी की सुबह 9:28 बजे उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में भी भूकंप आया था। एनएससी के अनुसार, इस भूकंप की तीव्रता 2.7 मापी गई, और इसका केंद्र धरती से 5 किलोमीटर नीचे दर्ज किया गया। यह स्थान उत्तरकाशी से 10 किलोमीटर उत्तर-पूर्व की दिशा में स्थित था।
हालांकि इन सभी भूकंपों की तीव्रता कम थी, फिर भी वैज्ञानिकों का मानना है कि हल्के झटके भविष्य में बड़े भूकंप का संकेत हो सकते हैं, इसलिए सतर्क रहना जरूरी है।