सोमवार की शाम सिवान जिले में मौसम ने अचानक रौद्र रूप धारण कर लिया। तेज़ आंधी, तूफान और मूसलधार बारिश ने ज़िले भर में तबाही मचाई, जिसमें दो महिलाओं और एक बुजुर्ग समेत कुल सात लोगों की दुखद मौत हो गई। अलग-अलग स्थानों पर पेड़ गिरने, दीवार ढहने और छत से गिरने की घटनाओं ने पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया।
मृतकों की पहचान और घटनाएं इस प्रकार हैं:
- शाहिद अख्तर (30 वर्ष), बहादुर गांव, बरहड़िया थाना क्षेत्र: छत पर काम करते हुए गिर गए।
- नंदकिशोर सिंह (55 वर्ष), बसांव गांव, बसंतपुर: आंधी में नीम का पेड़ गिरने से मौत।
- अलीमुन बेगम (40 वर्ष), विशुनपुरा गांव, बसंतपुर: महुआ का पेड़ गिरा, जान चली गई।
- यूसुफ अली (35 वर्ष), बाजितपुर, लकड़ी नवीगंज: बरगद का पेड़ उनकी कार पर गिरा, मौके पर मौत।
- कलपती देवी (52 वर्ष), लखनौरा: मकान की दीवार ढहने से मलबे में दबकर जान गंवाई।
- चंद्रवंती देवी, माधोपुर: आम का पेड़ गिरने से अस्पताल में मौत।
- श्री राम प्रसाद (75 वर्ष), सतवार गांव, जीबी नगर थाना: झोपड़ी ढहने से दबकर मौत।
सभी शवों को सिवान सदर अस्पताल भेजा गया है, जहां पोस्टमार्टम की प्रक्रिया जारी है।
प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया
जिला प्रशासन ने हादसों के तुरंत बाद राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं। प्रत्येक मृतक के परिवार को ₹4 लाख की सहायता राशि राज्य आपदा राहत कोष से दी जाएगी। साथ ही, जिन घरों को नुकसान पहुंचा है, उनके सर्वेक्षण का कार्य शुरू कर दिया गया है।
गंभीर चेतावनी और सावधानी की अपील
इन दर्दनाक घटनाओं से सिवान में गहरा शोक व्याप्त है। स्थानीय जनप्रतिनिधि और समाजसेवी पीड़ित परिवारों से मिलकर संवेदनाएं व्यक्त कर रहे हैं और सरकार से त्वरित मदद की मांग कर रहे हैं।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले 48 घंटों तक तेज़ आंधी और बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। ऐसे में प्रशासन ने नागरिकों से सुरक्षित स्थानों पर रहने और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलने की अपील की है।