मुज़फ्फरपुर, 4 जून 2025 बिहार के मुजफ्फरपुर में एक नाबालिग बच्ची के साथ हुई दरिंदगी और हत्या के मामले ने प्रदेशभर में गहरी नाराज़गी और आक्रोश पैदा कर दिया है। इस संवेदनशील मामले को लेकर जहां विपक्ष सरकार पर हमलावर है, वहीं राज्य सरकार ने भी सख्त रुख अपनाते हुए त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी है।नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मामले में त्वरित और कठोर कदम उठाने की मांग की है। वहीं कांग्रेस पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मिला और मामले में हस्तक्षेप करते हुए विशेष सत्र बुलाने की मांग की। साथ ही मृतका के परिवार को सरकारी नौकरी देने की भी अपील की गई।उधर, बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने मामले को लेकर स्पष्ट रुख अपनाया है। उन्होंने कहा कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
सम्राट चौधरी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “राज्य सरकार इस केस में स्पीडी ट्रायल के जरिए अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलवाएगी। इसमें कोई कोताही नहीं बरती जाएगी।”उन्होंने यह भी जानकारी दी कि अब तक की प्रशासनिक कार्रवाई के तहत एसकेएमसीएच (श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल) के अधीक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है और पीएमसीएच के कार्यकारी डिप्टी सुपरिंटेंडेंट को उनके पद से हटाया गया है। मामले की जांच फिलहाल जारी है और सरकार हर पहलू की गंभीरता से जांच कर रही है।सम्राट चौधरी ने कहा, “यह घटना अत्यंत दुखद है। जो भी इसके लिए ज़िम्मेदार पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। बिहार सरकार किसी भी दोषी को संरक्षण नहीं देगी।”इस बीच विपक्ष लगातार सरकार पर दबाव बना रहा है। तेजस्वी यादव सोमवार को मृत बच्ची के परिजनों से मिलने पहुंचे थे और सरकार से न्याय की मांग की। कांग्रेस ने भी राज्यपाल से मिलकर ज्ञापन सौंपते हुए परिवार के लिए मुआवज़ा और न्याय की मांग की है।