राजधानी पटना में बढ़ते अपराधों पर नियंत्रण के लिए पुलिस ने एक नई रणनीति अपनाई है। अब शहर की सुरक्षा की कमान 124 क्विक मोबाइल टीमों के हाथ में होगी, जिन्हें 31 थाना क्षेत्रों में सक्रिय रूप से तैनात कर दिया गया है। इस व्यवस्था का मकसद है – शहर में कानून-व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाना और आपराधिक घटनाओं पर त्वरित प्रतिक्रिया देना।
एसएसपी अवकाश कुमार ने बताया कि ये टीमें तीन शिफ्टों में दिन-रात गश्त करेंगी, खासकर बैंकों, पेट्रोल पंपों, ज्वेलरी दुकानों और अन्य संवेदनशील स्थानों पर। प्रत्येक थाना क्षेत्र को चार-चार पेट्रोलिंग बाइक प्रदान की गई हैं, जिन पर एक दरोगा और एक सिपाही की तैनाती रहेगी।
GPS और वायरलेस से लैस होंगी गश्ती बाइक
हर बाइक को GPS ट्रैकिंग सिस्टम और वायरलेस उपकरणों से लैस किया गया है, ताकि कंट्रोल रूम से उनकी लाइव लोकेशन देखी जा सके। यह प्रणाली ‘डायल 112’ जैसी त्वरित कार्रवाई सुविधा की तर्ज पर कार्य करेगी।
गश्त के लिए तय की गई हैं चार शिफ्टें:
- पहली शिफ्ट – सुबह 5 बजे से 9 बजे तक
- दूसरी शिफ्ट – सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक
- तीसरी शिफ्ट – शाम 4 बजे से रात 10 बजे तक
- चौथी शिफ्ट – रात 10 बजे से सुबह 4 बजे तक
पुलिसकर्मियों के पास अपराधियों की डिजिटल जानकारी
हर टीम के पास टैब या मोबाइल डिवाइस रहेगा, जिसमें जिले के सक्रिय अपराधियों की पूरी प्रोफाइल होगी – नाम, फोटो, नंबर, और आपराधिक रिकॉर्ड सहित। किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की स्थिति में तुरंत सत्यापन कर उचित कदम उठाए जाएंगे।
खुद सड़कों पर उतरे डीजीपी
गुरुवार रात डीजीपी विनय कुमार, पटना आईजी गरिमा मलिक और एसएसपी अवकाश कुमार ने शहर में सुरक्षा व्यवस्था का जायज़ा लिया। उन्होंने कई प्रमुख चौराहों और इलाकों में चेकिंग अभियान चलाया। इसी दौरान एक युवक को शराब की बोतल के साथ हिरासत में लिया गया, जो पूर्ण शराबबंदी कानून के उल्लंघन का मामला है।
24 घंटे चलने वाले इस अभियान के उद्देश्य:
- आपराधिक घटनाओं में कमी लाना
- खासकर रात में सुरक्षा की स्थिति को सुदृढ़ करना
- आम नागरिकों के बीच सुरक्षा का विश्वास बढ़ाना
- किसी भी अवैध गतिविधि की तुरंत पहचान और कार्रवाई सुनिश्चित करना
पटना पुलिस की यह नई पहल शहर में न सिर्फ अपराध पर लगाम कसने में सहायक होगी, बल्कि नागरिकों को एक सुरक्षित वातावरण भी प्रदान करेगी।