बिहार STF ने बदला अपना स्वरूप, संगठित अपराध के खिलाफ सख्त एक्शन

Jyoti Sinha

पटना: बिहार स्पेशल टास्क फोर्स (STF) अब संगठित अपराध पर शिकंजा कसने के लिए और अधिक सक्रिय हो गई है। इस बात की जानकारी STF के एडीजी कुंदन कृष्णन ने दी। उन्होंने कहा कि बीते साल की तुलना में इस वर्ष STF की कार्रवाई और भी प्रभावी रही है।एडीजी ने आंकड़े साझा करते हुए बताया कि इस साल STF ने हथियारों के बड़े जखीरे को जब्त किया है। बरामदगी में दो एके-47, एक इंसास, एक .303, एक .315 बोर रायफल, तीन एसएलआर, एक कार्बाइन सहित कई अर्धनिर्मित रिवॉल्वर, पिस्टल, कट्टा और 12,176 जिंदा कारतूस शामिल हैं।इसी दौरान STF ने बिहार से फरार होकर दूसरे राज्यों में छुपे 64 कुख्यात अपराधियों को भी गिरफ्तार किया है।

इन गिरफ्तारियों में संबंधित राज्यों की पुलिस का भी सहयोग लिया गया।जब पत्रकारों ने उनसे चंदन मिश्रा हत्याकांड के आरोपी शेरू के रिमांड को लेकर सवाल किया, तो एडीजी ने बताया कि यह मामला पटना पुलिस के अधीन है। शेरू फिलहाल कोलकाता की प्रेसिडेंसी जेल में बंद है और पटना पुलिस उसे रिमांड पर लाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।एडीजी ने यह भी स्पष्ट किया कि STF केवल अपराधियों की गिरफ्तारी तक सीमित नहीं है, बल्कि उनकी अवैध संपत्ति को भी जब्त किया जा रहा है। BNSS की धारा 107 के तहत EOU और ED के सहयोग से कार्रवाई की जा रही है। साथ ही UAPA एक्ट के तहत आतंकी फंडिंग पर भी नकेल कसी जा रही है।इसी कड़ी में दानापुर के विधायक रीतलाल के भाई की संपत्ति भी जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

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