बिहार विधानसभा चुनाव 2025 कई मायनों में ऐतिहासिक साबित होने जा रहा है। इस बार की चुनावी जंग सिर्फ़ सियासत तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि तकनीकी स्तर पर भी बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। भारत निर्वाचन आयोग ने बुधवार को ऐलान किया कि अब ईवीएम बैलेट पेपर पर उम्मीदवार का नाम और चुनाव चिन्ह के साथ उनकी रंगीन तस्वीर भी होगी।
हमनाम उम्मीदवारों की उलझन का हल
अक्सर चुनावों में एक ही नाम वाले कई प्रत्याशी उतर जाते हैं, जिससे मतदाताओं में भ्रम की स्थिति बन जाती है। कई बार लोग कंफ्यूजन में गलत बटन दबा देते हैं। आयोग का मानना है कि अब तस्वीर की मौजूदगी से यह समस्या खत्म होगी और वोटर आसानी से सही उम्मीदवार को पहचान सकेंगे।
कैसा होगा नया डिज़ाइन?
ईवीएम पर प्रत्याशी की तस्वीर तीन-चौथाई हिस्से में छपी होगी ताकि चेहरा साफ़ नज़र आए। सभी उम्मीदवारों और NOTA के नाम एक जैसे बड़े और गहरे अक्षरों (फॉन्ट साइज़ 30) में लिखे जाएंगे। आयोग का कहना है कि यह व्यवस्था पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी होगी, ताकि किसी तरह की गड़बड़ी या पक्षपात की गुंजाइश न रहे।
बिहार से शुरू होगा प्रयोग, फिर देशभर में लागू
यह प्रयोग सबसे पहले बिहार विधानसभा चुनाव से शुरू होगा। इसके सफल होने पर आने वाले अन्य राज्यों के चुनावों में भी इसे लागू किया जाएगा। आयोग का कहना है कि यह बदलाव मतदाता को “चेहरा देखकर वोट डालने की सुविधा” देगा और लोकतांत्रिक प्रक्रिया और भरोसेमंद बनेगी।
चुनाव की उलटी गिनती शुरू
इस बीच आयोग ने स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) की प्रक्रिया शुरू कर दी है। 30 सितंबर को फाइनल वोटर लिस्ट जारी होने के बाद किसी भी समय बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है।
243 सीटों पर चेहरों की जंग
बिहार की 243 सीटों पर अब मुकाबला सिर्फ़ नाम या चुनाव चिन्ह तक सीमित नहीं रहेगा। इस बार मतदाता उम्मीदवार के चेहरे को देखकर फैसला करेंगे कि सत्ता की कुर्सी पर कौन बैठेगा।