सहरसा जिले में लोकतंत्र के महापर्व को लेकर उत्साह अपने चरम पर है। जिले के 75-सहरसा विधानसभा क्षेत्र के भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी-सह-जिला निर्वाचन पदाधिकारी दीपेश कुमार ने एक प्रेरणादायक पहल करते हुए 107 वर्षीय बुजुर्ग महिला मतदाता से उनके घर पर मुलाकात की।यह विशेष मुलाकात मतदान केंद्र संख्या 193 से जुड़े मतदाता के घर पर हुई, जहाँ डीएम ने बुजुर्ग महिला का हालचाल जाना और उन्हें आगामी विधानसभा आम निर्वाचन 2025 में मतदान करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा, “लोकतंत्र का यह पर्व सबका है — उम्र चाहे कोई भी हो, हर मतदाता की भागीदारी ही लोकतंत्र की सच्ची शक्ति है।”इस अवसर पर एसडीओ श्रेयांश तिवारी और जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी मृत्युंजय कुमार भी मौजूद थे। अधिकारियों ने 107 वर्षीय महिला मतदाता के साथ तस्वीर खिंचवाकर संदेश दिया — “पहले मतदान, फिर जलपान।”
यह तस्वीर अब जिले में मतदाता जागरूकता अभियान की प्रतीक बन चुकी है।जिला प्रशासन लगातार मतदाताओं को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चला रहा है। अधिकारियों का कहना है कि जागरूक मतदाता ही निष्पक्ष और शत-प्रतिशत मतदान सुनिश्चित कर सकते हैं।इधर, जिले में पहले चरण के मतदान की तैयारियाँ अंतिम दौर में हैं। सहरसा, महिषी, सिमरी बख्तियारपुर और सोनवर्षा विधानसभा क्षेत्रों के लिए नामांकन प्रक्रिया 10 अक्टूबर 2025 से समाहरणालय परिसर में शुरू होगी। प्रशासन ने सुरक्षा, भीड़ नियंत्रण और तकनीकी व्यवस्थाओं को लेकर व्यापक तैयारी पूरी कर ली है।जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि सभी प्रखंडों में मतदान केंद्रों की समीक्षा की जा चुकी है और मतदाताओं की सुविधा के लिए आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जा रही हैं।राजनीतिक दलों की बात करें तो अब तक एनडीए, महागठबंधन और जनसुराज जैसे प्रमुख गठबंधनों ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है। जनता की निगाहें अब इस पर टिकी हैं कि कौन-कौन चुनावी मैदान में उतरता है।सहरसा का माहौल अब धीरे-धीरे चुनावी रंग में रंगने लगा है — और 107 वर्षीय महिला मतदाता की मुस्कुराहट इस बात का प्रमाण है कि बिहार की धरती पर लोकतंत्र की जड़ें कितनी मजबूत हैं।