लाचारी के कारण पति पत्नी ने अपने 5 बच्चे समेत उठाया बड़ा कदम, जानिये क्या हैं वजह

Sanjeev Shrivastava

NEWSPR डेस्क। पूर्वी उत्तर प्रदेश से एक बहादुरी का काम सामने आया हैं जहां चंदौली जिले के दीनदयाल नगर में आरपीएफ के एक जवान ने बहादुरी दिखाते हुए 7 लोगों की जिंदगी बचा ली। दरअसल 7 लोगों का ये पूरा परिवार आत्महत्या करने की नीयत से रेलवे ट्रैक पर लेट गया था जिसके बाद रवि रंजन कुमार सिंह नाम के आरपीएफ जवान ने उनकी जान बचाई।

खबरों के अनुसार डीडीयू जंक्शन पर स्थित आरपीएफ थाने के जवान रवि रंजन सिंह रविवार 22 नवंबर की जब शाम को रेलवे यार्ड में ड्यूटी दे रहे थे उसी दौरान उन्होंने देखा कि रेलवे ट्रैक पर कुछ लोग लेटे हुए हैं और सामने से ट्रेन भी आ रही है. रवि रंजन सिंह को एहसास हुआ कि कुछ न कुछ गड़बड़ जरूर है जिसके बाद वह उन लोगों की तरफ दौड़ गए और तकरीबन 200 मीटर दौड़ कर रवि रंजन सिंह उन लोगों के पास पहुंचे और एक-एक करके सभी लोगों को रेलवे ट्रैक से बाहर की तरफ हटाया.

पति पत्नी के आपसी मतभेद के बाद पत्नी अपने बच्चों को लेकर रेलवे ट्रैक पर चली आई और जब पत्नी को अपने बच्चों सहित रेलवे ट्रैक पर पति ने जाते देखा तो कहा कि अगर तुम लोग सुसाइड करोगे तो हम भी चलते हैं और हम भी तुम लोगों के साथ सुसाइड कर लेंगे। इसके बाद पति पत्नी अपने 5 बच्चों को लेकर रेलवे ट्रैक पर लेट गए थे. लेकिन आरपीएफ के जवान रवि रंजन सिंह की तत्परता और सूझबूझ से इन सभी की जिंदगी बच गई.

घटना के बारे में आरपीएफ के जवान रवि रंजन सिंह ने बताया की इस बात की जानकारी उन्होंने अपने आला अधिकारियों को दी. इसके बाद दीनदयाल उपाध्याय रेल मंडल के सुरक्षा आयुक्त आशीष मिश्रा ने सोमवार की सुबह आरपीएफ की एक टीम उन लोगों के घर भेजी जो लोग आत्महत्या करने के लिए ट्रैक पर लेट गए थे. आरपीएफ की टीम ने दंपत्ति को काफी समझाया बुझाया और काउंसलिंग कर उन्हें भविष्य में इस तरह का कदम नहीं उठाने के लिए कहा.

उधर आरपीएफ के जवान के द्वारा इस तरह से बहादुरी का परिचय देते हुए 7 लोगों की जान बचाने को लेकर हर तरफ तारीफ हो रही है और विभाग के अधिकारियों ने जवान को सम्मानित करने के लिए उच्चाधिकारियों और रेलवे बोर्ड को सिफारिश भी भेजी है।

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